चुप्पी तोड़ -खुलकर बोल विश्व महावारी स्वच्छता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम -निदान संस्था

लगभग 2 महीनों के लॉक डाउन के बाद ग्रामीण व आदिवासी क्षेत्रों में पहले और अब की स्थिति में में काफी अंतर है पर इस बीच में एक चीज जो नहीं बदली वह है, महावारी स्वच्छता प्रबंधन की ध्यान देने की जरूरत और प्रतिबद्धता 28 मई को महावारी स्वच्छता दिवस निदान संस्था द्वारा मनाया गया इस दिन की थीम रखी गई “लाल रंग -मोर अभिमान”के तहत ब्लाक स्तर रंगोली प्रतियोगिता व
“चुप्पी तोड़ -खुलकर बोल”
पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई।निदानसंस्था का इस दिन को मानने का मुख्य उद्देश्य है, महिलाओं और किशोरियों को सुरक्षित और स्वच्छ मासिक धर्म का अनुपालन करने के लिए सही पैड की सूचना और सुविधाओं का उपयोग कराना से अवगत कराना ,।।
कोविड-19 के कारण कई चीजों के उत्पादन और वितरण में कमी आई है जिसे आपूर्ति में बाधा आ रही है, सेनेटरी पैड भी इसी कारण हर जगह उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं ।
निदानसंस्था के पदाधिकारियों द्वारा ग्रामीण/आदिवासी अंचलो की सूची बनाई गई व आंगनबाड़ी, मितानी सदस्यों को जोड़कर मुक्ति केयर पैड की सुविधा दी गयी ।
सेनेटरी पैड की कमी के चलते ग्रामीण किशोरी और महिलाएं कपड़े का उपयोग करना शुरू कर सकती है, जिसके लिए उनको उसे उचित रूप से कैसे उपयोग करे , रखरखाव के बारे में प्रत्येक जानकारी उपलब्ध कराना आवश्यक है ।
निदान संस्था की डायरेक्टर व अध्यक्ष डॉ सुषमा सिंह का कहना है कि आज भी कई हिस्सों में मासिक धर्म यानी पीरियड को अपवित्र माना जाता है ,पीरियड्स को लेकर कई तरह के अंधविश्वास अब भी प्रचलित हैं, इन्हीं मिथ्य की वजह से लोगों के मन में कुछ गलत धारणाएं बनी हुई है जो पूरी तरीके से असत्य है, महिलाओं को पीरियड होने पर ऐसी हिदायतें जाती हैं ,कि ठंडे पानी से नही नहाना चाहिए, एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए ,आचार नही छूना चाहिए जिनका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं होता ।
शिक्षा से ही इस तरीके की बातों से संबंधित भ्रम व अंधेरे दूर होगे। शिक्षा से ही समाज और जागरूकता आती है ,इससे उन्हें अपने अधिकारों के बारे में पता चलता है, लड़कियों को कम से कम यह पता लगे कि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, शर्मनाक नहीं है हम उन्हें डरा देते हैं और वे समझती हैं कि शायद उन्होंने कुछ गलत किया है शिक्षा से ही अंधेरा दूर होगा ।। शिक्षा व सूचना से ही जागरूकता आएगी, इसी को माध्यम बनाकर चुप्पी तोड़ो खुल के बोल कार्यक्रमों का ग्रामीण स्तर पर आयोजन किया गया जिसमे गोबरीपाट ,मानपुर दमनपुर,परसदा ,मोहतरा ,
श्रीपारा व कोटा की किशोरियों व महिलाओं ने भाग लिया ।। फर्स्ट ,सेकंड ,थर्ड पुरस्कार से किशोरिया व महिलाओं को पुरस्कृत भी किया गया एवम सभी ग्रामीण क्षेत्रों में निशुल्क मुक्ति केयरफिट सेनेटरी पैड का वितरण कराया गया।।
चुप्पी तोड़ खुलकर बोल ग्रामीण कार्यक्रम संचालिका अधिकारी ज्योति यादव ,ममता मानिकपुरी, मोगरा पाई द्वारा संचालित किया गया
,”लाल रंग मोर अभिमान” की कार्यक्रम संचालिका रजनी ओले, नंदिनी शर्मा, रजनी मरकाम, भारतीय ध्रुव का सहयोग रहा।
कार्यक्रम को सफल व सुनियोजित तरीके से कराने का श्रेय निदान संस्था के पदाधिकारी दया सिंह ,रुद्र प्रताप सिंह, सूरज यादव ,उपाध्यक्ष रिंपी होरा ,सभी लोगों का सराहनीय योगदान रहा।

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