बाढ़ से निपटने जिला प्रशासन सजग, कलेक्टर ने की बाढ़ राहत एवं आपदा प्रबंधन की समीक्षा, संभावित आपदा से पहले सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश

बिलासपुर, 30 मई 2025/आगामी मानसून सत्र में बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सर्तक है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल द्वारा अतिवृष्टि, बाढ़ से बचाव एवं राहत व्यवस्था के संबंध में जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। बैठक में संभावित आपदा से पहले सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में कलेक्टर ने बरसात के दिनों में बांधों और जलाशयों में अत्यधिक पानी के भराव हो जाने से नदियों में पानी छोड़े जाने और जिससे आस पास के गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने जैसी समस्या से निपटने के लिए जिले के सभी तहसीलों को चिन्हांकित कर बाढ़ नियंत्रण कक्ष में जानकारी देने कहा गया। नगर निगम क्षेत्रों में भी पानी के भराव हो जाने से बचने के लिए क्षेत्र के रहवासियों के लिए सामुदायिक भवन, पंचायत एवं शासकीय भवनों की समुचित व्यवस्था करने सहित बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए भोजन, दवाईयों की व्यवस्था करने अधिकारियों को निर्देशित किया गया। सभी तहसीलों में वर्षा मापक यंत्र को ठीक कराने और चालू रखने कहा गया। राजस्व विभाग के अधिकारियों को बाढ़ नियंत्रक कक्ष में रोस्टर के हिसाब से 24 घंटे कर्मचारियों की तैनाती रखने कहा गया। कलेक्टर ने खाद्य नियंत्रक एवं सभी एसडीएम को बाढ़ के समय जिले के पहुंच विहिन क्षेंत्रों को चिन्हांकित कर वहां खाने की व्यवस्था करने कहा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पीने के पानी को शुद्ध रखने और समय पर समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। नगरीय क्षेत्रों में नाली की सफाई करने, शहरों के भीतर बाढ़ वाले क्षेत्रों में पोर्टेबल डायविंग पंपों की स्थापना करने कहा। होर्डिंग हटाने नगर निगम और एसडीएम को निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा नगर निगम के सभी जोन के लिए स्वास्थ्य टीम गठित करने कहा। उन्होंने स्वास्थ्य टीम में डॉक्टर्स, पैरामैडिकल स्टाफ, दवाईयां और उपचार सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था करने कहा। जिले के दुरस्थ अंचलों में जलजनति रोग डायरिया, मलेरिया, डेंगू से बचाव के लिए भी एक अतिरिक्त मेडिकल टीम गठित करने कहा। उन्होंने बरसात के पहले आवश्यक दवाईयां, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप केन्द्र और ग्रमीण क्षेत्रों में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं मितानीन को उपलब्ध कराने कहा। बिजली विभाग द्वारा बिजली व्यवस्था करने, पुराने ट्रांसफार्मर बदलने कहा। इसी प्रकार पशु चिकित्सा विभाग द्वारा पशुओं में होने वाले मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए व्यवस्था करने कहा। इसी के साथ अन्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को भी बाढ़ से बचाव के लिए समुचित व्यवस्था करने निर्देशित किया गया। रचना/175/818–00–

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