रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन विपक्षी बीजेपी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। बीजेपी ने कर्जमाफी के बाद भी किसानों को नो ड्यूस नहीं देने के मामले में स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग करते सदन में नारेबाजी की। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक होती रही। स्थगन प्रस्ताव किए जाने पर बीजेपी सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर निकल गए।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि इन्हीं मुद्दों को लेकर महासमुंद के किसान धरने पर बैठे हैं।
बीजेपी विधायक दल के प्रमुख सचेतक शिवरतन शर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में सहकारी समितियां किसानों को नो ड्यूस नहीं दे रही है। इससे किसान आक्रोशित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने विज्ञापन छपवाकर कहा है कि हमने दस दिनों के भीतर कर्जमाफी की है,यदि कर्जमाफी हो गई है तो किसानों को नो ड्यूस क्यों नहीं दिया जा रहा है।
जबकि अजय चन्द्राकर ने कहा कि जहां-जहां रबी फसल ली जा रही है, वहां किसान भटक रहे हैं। यह हालात सरकार की गलत नीतियों की वजह से हो रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के इस अहम मुद्दे पर सब काम रोककर तत्काल चर्चा कराई जाए।