एनएसयूआई ने निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने डीईओ को ज्ञापन सौंपा

बिलासपुर लाक डाउन के दौरान पिछले 80 दिनों से देश की जनता संकट के दौर से गुजर रही है ऐसे समय में स्कूलों में पढ़ाई चालू करना तथा निजी स्कूलों प्रबंधन द्वारा किसके लिए पलकों पर दबाव डालना जनहित में उचित नहीं है कोरोना काल में स्कूल फीस को लेकर एनएसयूआई के प्रदेश सचिव वसीम खान तथा पदाधिकारियों ने आज जिला शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर प्राइवेट स्कूल द्वारा लगातार की जा रही मनमानी एवं पालको पर बच्चों की फीस के लिए दबाव बनाए जाने के मामले का विरोध करते हुए इस निजी स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की है।
प्रदेश सचिव वसीम खान का कहना है कि ऐसे समय में जब 3 महीने से स्कूल बंद है परीक्षाएं एवं प्रैक्टिकल नहीं हो रहे हैं लाइब्रेरी भी बंद है देश अर्थव्यवस्था से जूझ रहा है ! गरीब परिवार के बीच त्राहि-त्राहि मची हुई है! ऐसे दौर में गरीब परिवार स्कूलों की फीस कैसे जमा करेगा ।

युवक कांग्रेस के प्रदेश सचिव जावेद मेमन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम को अवगत कराया है तथा पूरे प्रदेश में निजी स्कूलों को पूर्णा काल में पालको से किस्तों में फीस लेने का सुझाव दिया है! जो पालक किस्तों में भी फीस जमा नहीं कर पाएंगे उन्हें कुछ समय के लिए मोहलत देने तथा बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करने का भी सुझाव दिया है! जावेद मेंमन ने कहा है कि निजी स्कूल प्रबंधन मनमानी ना करें सभी कक्षाओं की पढ़ाई जहां तक संभव हो सके ऑनलाइन मार्गदर्शन के साथी बच्चों को कोरोना काल में प्रैक्टिकल तथा देश विदेश से जुड़ी रोचक खबरों की जानकारी मोबाइल तथा कंप्यूटर के माध्यम देने निजी स्कूल को कार्य करना चाहिए! जुलाई माह के बाद ही स्कूल खुल सकते हैं ऐसे समय में घर में बच्चों को पढ़ाना जरूरी है जिला शिक्षा अधिकारी से भी जावेद मेमन ने ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर चर्चा की है उच्च शिक्षा विभाग भी ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तैयारी शुरू कर दी है निजी स्कूल तथा कुछ सरकारी स्कूल में भी ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए! अंग्रेजी माध्यम स्कूल में भी अब प्रशासन की पहल पर इस शिक्षा सत्र में पढ़ाई शुरू होगी जहां सभी बच्चों को प्रवेश मिल सकेगा! जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर निजी स्कूल की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है वसीम खान ने यह भी आरोप लगाया है कि शहर एवं जिले के सैकड़ों निजी स्कूल के संचालकों द्वारा बाजारीकरण का तरीका बना लिया गया है उनके द्वारा कमीशन वाले स्कूलों से ही पुस्तक का भी खरीदने के लिए दबाव डाला जाता है ! ऐसे में पालको से दुर्व्यवहार भी किया जा रहा है! निजी स्कूल अपनी मनमानी कर रहा है ! स्कूलों ने मास्क के भी पैसे से वितरण किए जा रहे हैं कई निजी स्कूल कोरोना महामारी में भी आमदनी का जरिया बना लिया है! जिला शिक्षा अधिकारी ने इस मामले में एनएसयूआई को भरोसा दिलाया है कि इस मामले में स्कूल प्रबंधन की बैठक लेकर उनके द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिया जाएगा और निजी स्कूल द्वारा पालकों को फीस के लिए दबाव बनाए जाने पर उचित कार्रवाई का भरोसा भी जिला शिक्षा अधिकारी अशोक भार्गव ने दिया है ! ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने 1 जुलाई के बाद ही स्कूल खोलने का फैसला लेगा लेकिन निजी स्कूल अपनी मनमानी पर अड़े हुए हैं ऑनलाइन फीस जमा करने दबाव बना रहे हैं जिसे लेकर पलकों मे भारी आक्रोश है एनएसयूआई ने निजी स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है! ज्ञापन सौंपने वालों में राहुल हंस पाल दानिश खान आशीष चलकर इजहार खान फैजान खान भास्कर वर्मा मौजूद थे

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