राजस्थान -बहुजन समाज पार्टी (बसपा) आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी 200 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी. बसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डूंगरराम गेदर ने चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों पर किए गए सवाल के जवाब में यह बात कही. उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जल्दी ही उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे देगा और बसपा प्रमुख मायावती प्रदेश में प्रचार के लिए आएंगी.
पीटीआई की खबर के मुताबिक बसपा को लगता है कि गठबंधन की बातचीत नहीं होने का नुकसान आखिरकार कांग्रेस को ही होगा. वहीं, सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने का उसका फैसला पूर्व के चुनावों में उसके अच्छे प्रदर्शन से प्रेरित लगता है. पिछले चुनावों को छोड़ दें तो राजस्थान में बीते कुछ चुनावों में बसपा ने सीटें भी जीती हैं और उसका वोट प्रतिशत भी बढ़ा है. धौलपुर, भरतपुर, दौसा और गंगानगर जिलों की कुछ विधानसभा सीटों पर पार्टी ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. वहीं, जिन सीटों पर वह जीत नहीं पाई, वहां उसने परिणाम तय करने में बड़ी भूमिका निभाई.
बसपा राजस्थान में 1990 से चुनाव लड़ रही है. लेकिन उसे जीत का स्वाद 1998 में मिला जब उसके दो प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी. उस साल बसपा ने कुल 108 प्रत्याशी उतारे थे और उसे 2.17 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं, 2003 में बसपा 124 सीटों पर चुनाव लड़ी और दो पर जीती. इस बार उसे 3.98 प्रतिशत वोट मिले. फिर 2008 के विधानसभा चुनावों में बसपा का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा. उसने 7.60 प्रतिशत वोटों के साथ छह सीटों पर जीत दर्ज की. उसके बाद 2013 में उसने 195 सीटों पर चुनाव लड़ा. लेकिन इस बार उसे केवल तीन चुनाव क्षेत्रों में जीत मिली और उसका वोट प्रतिशत घट कर 3.37 प्रतिशत रह गया. अब आगामी चुनाव को लेकर पार्टी ने साफ कर दिया है कि इस बार वह सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी.