राजस्थान में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी सत्ताविरोधी रुझान से पार पाने के लिए आधे से अधिक मौज़ूदा विधायकों के टिकट काट सकती है. भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से यह खबर आई है कि इसके मुताबिक जिनके टिकट कटने की संभावना है उनमें कई वरिष्ठ मंत्री भी शामिल हो सकते हैं.
पार्टी ने अपने स्तर पर तमाम विधायकों का उनके क्षेत्रों से फीडबैक लिया
बताया जाता है कि पार्टी ने अपने स्तर पर तमाम विधायकों का उनके क्षेत्रों से फीडबैक लिया है. इसमें कई विधायकों, मंत्रियों और पार्टी पदाधिकारियों के प्रति कार्यकर्ताओं तथा आम जनता असंतोष की बात उभरकर सामने आई है. तीखे असंतोष का सामना कर रहे प्रमुख नामों में गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया, लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुरेंद्र गोयल, लोकनिर्माण मंत्री यूनुस खान और देवस्थान मंत्री राजकुमार रिणवा के नाम शामिल हैं. सूत्रों की मानें तो इन्हें छह मंत्रियों का टिकट कट सकता है.
सात दिसंबर को मतदान होना है
राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें हैं. इनके लिए सात दिसंबर को मतदान होना है. लिहाज़ा सभी दल अब अपने प्रत्याशियों की सूची काे अंतिम रूप देने में जुट गए हैं. इस प्रक्रिया में राजस्थान के चुनावों के पिछले इतिहास को भी ध्यान में रखा जा रहा है. इसके मुताबिक 2008 में भाजपा ने अपने 68 तत्कालीन विधायकों को फिर टिकट दिया था. इनमें 13 मंत्रियों सहित 40 हार गए थे. इसी तरह कांग्रेस ने भी 2013 में अपने 105 विधायकों को दोबारा मैदान में उतारा, जिनमें सिर्फ 14 जीते थे.