नई दिल्ली । सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद मंगलवार को दो दिनों की भारत यात्रा पर पहुंचे जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकॉल से अलग हटकर हवाईअड्डे पर उनकी आगवानी की। भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान का राष्ट्रपति भवन में परम्परागत ढंग से स्वागत किया। इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान स्पॉन्सर्ड आतंकवाद का मसला एक प्रमुख मुद्दा रहा। दोनों देशों की साझा प्रेस कांफ्रेंस में आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई की बात दोनों देशों के प्रमुखों ने कही।
भारत सऊदी अरब का साझा बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में उनके पहले दौरे पर युवराज और उनके प्रतिनिधि मंडल का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है। हमारे रिश्तें हमेशा अच्छे रहे हैं । 2016 में मेरी यात्रा के दौरान ऊर्जा और सुरक्षा के क्षेत्र में कई बड़े कदम उठाए गये थे ।
उन्होंने कहा कि यह हमारे विस्तृत पड़ोस में है, एक करीबी दोस्त है और भारत की ऊर्जा सुरक्षा का महत्वपूर्ण स्रोत भी है। आज हमने द्विपक्षीय संबंधों के सभी विषयों पर व्यापक और सार्थक चर्चा की है. हमने अपने आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का निश्चय किया है । हम अक्षय ऊर्जा के क्षेत्रों में अपने सहयोग को मज़बूत करने पर सहमत हुए हैं। हम इंटरनेशनल सोलर अलायंस में सऊदी अरब का स्वागत करते हैं। परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग, विशेषरूप से water desalination और स्वास्थ्य के लिए, हमारे सहयोग का एक और आयाम होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले हफ्ते पुलवामा में हुआ बर्बर आतंकवादी हमला, इस मानवता विरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है। इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की आवश्यकता है । आतंकवाद का इंफ्रास्ट्रक्चर नष्ट करना और इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है ।
अंत में उन्होंने कहा कि हम इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि काउंटर आंतकवाद, समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में और मजबूत द्विपक्षीय सहयोग दोनों देशों के लिए लाभप्रद रहेंगे।
वहीं सऊदी के युवराज ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हम भारत के साथ खुफिया जानकारी बांटने समेत हर कदम पर सहयोग करेंगे।
वहीं इससे पहले राष्ट्रपति भवन में स्वागत समारोह के दौरान सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “आज हम रिश्तों को बरकरार रखना चाहते हैं, और दोनों देशों के भले के लिए उन्हें बेहतर करना चाहते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम सऊदी अरब और भारत के लिए अच्छे काम कर सकते हैं।
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पहुंचकर सऊदी अरब का स्वागत किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट में कहा कि प्रोटोकाल से अलग हटते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं सऊदी अरब के शाहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज की आगवानी की। इस दौरान उनके साथ विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भी थे। शाहजादे के दौरे के दौरान पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का विषय एक प्रमुख मुद्दा रहेगा। साथ ही दोनों देश रक्षा संबंधों में बढ़ोतरी पर भी चर्चा करेंगे, जिसमें संयुक्त नौसेना अभ्यास शामिल है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दक्षिण एशिया के दौरे की शुरुआत में रविवार को इस्लामाबाद पहुंचे शाहजादे सोमवार को सऊदी अरब लौट गए थे। भारत ने उनके पाकिस्तान से यहां के दौरे पर आने को लेकर आपत्ति जताई थी । सऊदी अरब के शाहजादे ऐसे समय में भारत की यात्रा पर आए हैं जब कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था जिसमें 44 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।