श्रीलंका । इस्लामिक स्टेट ने श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए भयानक आत्मघाती हमलों की मंगलवार को जिम्मेदारी ली और इसे अंजाम देने वाले सात आत्मघाती बम हमलावरों की पहचान की। इन हमलों में 321 लोगों की मौत हो गयी ।
जिहादी गतिविधियों की निगरानी करने वाले साइट इंटेलीजेंस ग्रुप के अनुसार अपनी प्रचार संवाद समिति अमाक के मार्फत एक बयान में आईएसआईएस ने कहा कि दो दिन पहले श्रीलंका में गठबंधन के सदस्य देशों के नागरिकों और ईसाइयों को निशाना बना कर जिन लोगों ने हमला किया, वे इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े थे।
इस बयान में हमलावरों की पहचान अबु उबायदा, अबु अल मुख्तार, अबु खलील, अबु हम्जा, अबु अल बारा, अबु मुहम्मद और अबु अब्दुल्लाह के रूप में की गयी है। बयान में यह भी बताया गया है कि किसने कहां हमला किया। बयान में यह भी दावा किया है कि इन धमाकों में करीब 1000 लोग या तो मारे गये हैं या घायल हुए हैं।
साइट इंटेलीजेंस ग्रुप की निदेशक रीता कात्ज ने ट्वीट किया कि आईएसआईएस के संदेश में दिया गया ब्योरा (हमलावरों के नाम, उनमें किसने ने कहां हमला किया) दर्शाता है कि इस हमले में इस संगठन का हाथ है, लेकिन कहां तक उसका हाथ था, यह अभी देखना है। जिम्मेदारी लेने में देरी से भी कई अनुत्तरित सवाल खड़े होते हैं।
श्रीलंका ने कहा है कि स्थानीय इस्लामिक चरमपंथी संगठन नेशनल तौहीद जमात पर इन विस्फोटों की साजिश रचने का संदेह है। सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री रजीत सेनारत्ने ने कहा कि माना जा रहा है कि धमाके करने वाले सभी आत्मघाती हमलावर श्रीलंकाई नागरिक थे।
इन हमलों के सिलसिले में एक ड्राइवर समेत 40 संदिग्ध गिरफ्तार किये गये हैं। इसी ड्राइवर की गाड़ी का आत्मघाती हमलावरों ने कथित रूप से इस्तेमाल किया था।