सोशल मीडिया के माध्यम से सरकंडा निवासी बिट्टू तिवारी ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि इसके लिए जिम्मेदार नगर प्रशासन एवं रतनपुर मंदिर ट्रस्ट के लोगों के संज्ञान में लाना चाहता हूं और निवेदन करता हु की महामाया चौक सरकंडा में जो मां महामाया देवी का चित्र लगा हुआ है वह धूप के कारण तीन तरफ से लगभग सफेद हो गया हैं निवेदन है कि आगामी नवरात्र पर्व को देखते हुए इसे बदलने की कृपा करें । साथ उन्होंने सुझाव भी दिया है की चौक चौराहों में देवी देवताओं का चित्र या प्रतिमा लगाना निषेध होना चाहिए क्योंकि वहां उनका कोई दैनिक पूजन विधान या अनुष्ठान नहीं हो पाता है और वैदिक पद्धति में हर विग्रह की अपनी मर्यादा होती है । फिर भी अगर मजबूरी है तो हम तस्वीर या प्रतिमा की जगह उन देवताओं का कोई प्रतीक चिन्ह जैसे शस्त्र या सवारी स्थापित कर भी चौक का नामकरण किया जा सकते है ।
निवेदक ~ बिट्टू तिवारी