इसलामाबाद । जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने पुलवामा की घटना में पाकिस्तान का हाथ होने से इन्कार करते हुए कहा कि बिना किसी सुबूत के क्यों जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आखिर इस घटना से पाकिस्तान को क्या फायदा है। जब पाकिस्तान स्थिरता की ओर जा रहा है। जब युद्ध के कारण हजारों पाकिस्तानी मारे गए हैं, फिर ऐसी घटना से पाकिस्तान को क्या फायदा है।
इमरान खान ने कहा कि हमारी जमीन से कोई वहां जाकर हमला नहीं किया। फिर भी किसी किस्म की आप जांच करना चाहें तो हम तैयार हैं। पाकिस्तान की संलिप्तता का आप सुबूत देंगे तो गारंटी देता हूं कि मैं एक्शन लूंगा।
इमरान खान ने यह भी कहा कि अगर भारत युद्ध करेगा तो पाकिस्तान सोचेगा नहीं बल्क जवाब देगा। क्योंकि पाकिस्तान के पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि युद्ध शुरू करना आसान है, यह इंसान के हाथ में है, मगर युद्ध खत्म करना इंसान के हाथ में नहीं होता। यह मसला आखिर में डॉयलाग से हल होगा।
इससे पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत के साथ बढ़े ‘तनाव को कम’ करने के लिए पाकिस्तान नेसंयुक्त राष्ट्र से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बताया कि देश के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को सोमवार को पत्र भेजकर दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में उनकी मदद मांगी।
आपको बता दें कि कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले में सेना के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. दोनों ने अपने-अपने उच्चायुक्तों को वापस बुला लिया है.
दरअसल 14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे. इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए. इस घटना पर पीएम मोदी ने सीधे तौर पर कहा है कि आतंकी बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं और अब उन्हें इसका अंजाम भी भूगतना होगा.