बिलासपुर: बिलासपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन की शुरुवात छत्तीसगढ़ी भाषा में किया। उन्होंने कहा की छग महतारी ल प्रणाम, जम्मो सांगवारी, लइका ,सियान मन ल जय जोहार।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सेवा करने का हमें बार-बार मौका मिला है. उसका कारण है कि यहां की जनता और सरकार के बीच में संगठन के कार्यकर्ताओं की मजबूत कड़ी है.
उन्होंने कहा जब संगठन का काम करता था अनेक बार बिलासपुर आकर के यहां के नेताओं से मिलकर बहुत कुछ सीखेने और जानने को मिलता था . अभाव कितना भी क्यों ना हो पर भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी नजर नहीं आती थी . छत्तीसगढ़ हमारे हिन्दुस्तान का धान का कटोरा है. काले सोने पर बैठी हुई छत्तीसगढ़ की सपनों की इमारत से मैं कल्पना कर सकता हूं यहां के नौजवान काले सोने पर बैठकर ना सिर्फ ऊर्जा दे रहे हैं बल्कि रोशनी भी दे रहे हैं .
मोदी ने कहा कि हर क्षेत्र में भारत नयी ऊंचाई छू रही है। हमे जाति के राजनीती से ऊपर उठकर आप सब का साथ चाहिए। बिलासपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए भारत सरकार हरसंभव मदद करेगी। . हमारा मत है कि देश के अंदर बच्चों को पढ़ाई, युवाओं को कमाई, किसान को सिंचाई और बुजुर्गों को दवाई का पूरा प्रबंध होना चाहिए .
मोदी ने किया कांग्रेस के ऊपर तीखा हमला
मोदी ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो को लेकर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपना संकल्प पत्र जारी किया है। मोदी ने एक बार फिर राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी के ऊपर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो मां बेटे रुपयों की हेरा फेरी के कारण जमानत में घूम रहे हैं वो मोदी को प्रमाण पत्र दे रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में कमल खिलाने का किया आग्रह
उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ पुरुषार्थ पर विश्वास करता है। मोदी ने कहा कि मैं आपसे आग्रह करने आया हु कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की रमन सिंह की काम करने वाली सरकार को एक बार फिर से मौका दीजिये। अब छत्तीसगढ़ 18 साल का हो गया है आप सभी इसके माँ बाप हो ,इसे और आगे कैसे बढ़ाना है यह सब आपसभी की जिम्मेदारी है। 18 साल के बाद छत्तीसगढ़ के विकास पर कोई ब्रेक न लगा दे इसलिए आज मैं यहाँ आप सब से आग्रह करने आया हूँ की आप सब मिलकर एक बार फिर से छत्तीसगढ़ में कमल खिलाये।
जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी के साथ बिलासपुर जिले के सातों प्रत्याशी ,लोरमी तथा मुंगेली के प्रत्याशी तथा बिलासपुर के सांसद लखन लाल साहू उपस्थित थे।