कांग्रेसियों के पास कोई मुद्दा नहीं, ठीक चुनाव के समय याद आया स्वेच्छानुदान-भाजपा

बिलासपुर-शहर अध्यक्ष कांग्रेस नरेंद्र बोलर की प्रेस कांफ्रेंस के जवाब में संयुक्त रूप से भाजपा नेता मनीष अग्रवाल, राजेंद्र भंडारी, दुर्गा सोनी, महेश चंद्रिकापुरे कहा है कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जो कभी संविधान सम्मत बात कर ही नहीं सकती। स्वेच्छानुदान की राशि देने का अधिकार विधायक व मंत्रियों को संविधान ने दिया है। यह किसे देना चाहिए, इसका प्रमाण पत्र कांग्रेस से नहीं चाहिए। मंत्री अमर अग्रवाल ने जिन-जिन लोगों को स्वेच्छानुदान की राशि दी है, वे जरूरतमंद थे। उन्होंने अपनी जरूरतों के आधार पर आवेदन दिया और इसके पश्चात वैधानिक रूप से राशि आबंटित हुई।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस बात का प्रचार कर रही है कि लोग मंत्री के घरों में जाकर पैसे लेते थे। यह उनकी जलन है,जो वे ऐसा कहते हैं। यदि कांग्रेसी यह कह रहे हैं कि लोग मंत्री के घर जाते हैं, तो यह अमर अग्रवाल जी की अच्छाई है कि वे घर में भी अपनी जनता के लिए उतने ही सक्रिय रहते हैं, जितने कि बाहर। और घर में लोगों से मिलना कौन सी बुरी बात है। यह कांग्रेस का अहंकार है कि वे लोगों से घरों में नहीं मिलते। जो लोग आरोप लगा रहे हैं और जिस प्रत्याशी के लिए आरोप लगा रहे हैं, उसने जमीनों पर किस तरह कब्जा किया हुआ है, यह बताने की जरूरत नहीं है।

अरपा नदी के किनारे होटल बनाकर किस तरह के अवैध काम होते हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। कांग्रेस के जो लोग प्रेस कांफ्रेंस में ये सवाल उठा रहे हैं कि बीमारियों से निपटने के लिए मंत्री ने चेक क्यों बांटें, तो इससे उनकी मंशा को समझा जा सकता है। वे नहीं चाहते कि लोगों का शासकीय मदद से इलाज हो सके। उन्हें हर काम में कमीशनखोरी दिखती है। जहां तक आचार संहिता की बात है तो आचारसंहिता का कहीं से भी उल्लंघन नहीं हुआ है क्योंकि ये सारी राशि आचार संहिता लगने से पहले हितग्राहियों को बांटी गई है।

जनता के हितों से इनको कोई लेना-देना नहीं है

भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेसियों की हालत खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे जैसी है उनके अपने प्रत्याशी जो चुनाव लड़ने वाले हैं। उनका निर्णय नहीं हो पा रहा है ।जनता के हितों से इनको कोई लेना-देना नहीं है ।यह ऐसे ही बेफिजूल की बयानबाजी करके मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए कुछ भी करते रहते हैं। आज प्रदेश की जनता के सामने यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस और भाजपा दो ऐसे ध्रुव है जिस में भारतीय जनता पार्टी के पास विकास का नारा है विकास का विजन है। कांग्रेस के पास विरोध का नारा है विरोध ही विजन है। भारतीय जनता पार्टी सतत विकास के एजेंडे के साथ जनता के सामने है जा रही और कांग्रेस पार्टी सिर्फ चुनावी विरोध का अपना चश्मा लगाएं रोज जनजीवन को भ्रम में डालने और अस्त-व्यस्त करने का काम कर रही है ।

दरअसल चुनाव नजदीक है और ऐसे समय में कांग्रेस प्रोपेगेंडा खड़ा करके यह साबित करना चाहती है कि वह सही है, लेकिन उनके चीखने से कुछ बदलने वाला नहीं है। बिलासपुर की जनता ने, बिलासपुर के समाज ने, बिलासपुर के मतदाताओं ने कांग्रेस की असलियत को देखा है। उनकी झूठी चालों को समझा है। चुनाव के समय ऐसी दकियानुसी बातें करके, पैसों और सत्ता के लिए राजनीति करने वाले कांग्रेसी केवल झूठ के पुलिंदे हैं। जनता जल्द ही इसका जवाब अपने मत से देगी।

Related posts

Leave a Comment