भटगांव-प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से भारतीय जनता पार्टी में टिकट से असंतुष्टों ने मोर्चा खोल दिया है। नई खबर भटगांव से है, जहां पार्टी ने रजनी त्रिपाठी को टिकट दिया है, लेकिन यहां से अजय गोयल मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। दरअसल सोशल मीडिया में रजनी त्रिपाठी को टिकट मिलने के बाद रजनी समर्थकों ने अजय गोयल को फेसबुक पर खुली चुनौती दे डाली कि अब लड़कर दिखाओ। इससे संगठन के भीतर ही विवाद बढ़ा और खबर है कि इससे आहत अजय गोयल ने नामांकन फार्म खरीद लिया है।
अजय गोयल पिछले 40 सालों से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं। 1980 से 1993 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा का सयुंक्त सरगुजा जिला के उपाध्यक्ष रहे, 1993 से 1996 तक संयुक्त सरगुजा जिला मंत्री, 1996 से 1998 तक सरगुजा व्यापारी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक रहे, 1998 से 2003 तक संयुक्त सरगुजा जिला उपाध्यक्ष रहे, 2003 से 2010 जिला महामंत्री और 2010 से 2016 तक सरगुजा और सूरजपुर के जिला अध्यक्ष रहे। इसके अलावा अपेक्स बैंक के डायरेक्टर भी रहें ।
इतने पदों पर रहने के बाद भी कई वर्षों तक प्रतीक्षा कराई गई, लेकिन मौका नहीं दिया गया
इस बार पार्टी ने आश्वस्त किया था कि उन्हें टिकट दी जाएगी, लेकिन फिर से रजनी त्रिपाठी को मौका दिया गया है। रजनी त्रिपाठी पिछली बार भटगांव से ही लड़ीं थी, लेकिन हार गईं थीं। पारसनाथ राजवाड़े ने उन्हें हराया था। इस बार रजनी का विरोध बाहरी प्रत्याशी होने के नाते हो रहा है। कार्यकर्ताओं से रायमशवरा करने के बाद उन्होंने नामांकन फार्म खरीदा है। अब देखना यह है कि वे चुनाव लड़ते हैं या नहीं। माना जा रहा है कि यदि अजय गोयल ने निर्दलीय पर्चा भरा तो भाजपा के लिए यहां खतरा हो सकता है।