बजट सत्र: राजिम कुंभ का नाम बदलने को लेकर सत्ता पक्ष-विपक्ष में बहस

रायपुर। विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन जांजगीर-चांपा में दो कैदियों की मौत के मामले में विपक्ष ने सत्ता पक्ष को जमकर घेरा, गृहमंत्री से इस मामले की विधानसभा समिति या प्रश्न संदर्भ समिति से जांच कराने की मांग पर अड़े हैं।बसपा विधायक केशव चंद्रा के सवाल पर जवाब देते हुए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2017 तक 53 और 1 अप्रैल 2017 से लेकर 31 मार्च 2018 तक कुल 57 कैदियों की मृत्यु हुई ।

केशव चंद्रा ने जांजगीर चाम्पा जेल में मृत कैदी गौरव तम्बोली का मुद्दा उठाया, चंद्रा के मुताबिक, मृतक कैदी की पत्नी ने शिकायत की है कि जेलर की लापरवाही से कैदी की मृत्यु हुई। बीमार कैदी को वक़्त पर इलाज नहीं मिला। इस पर गृहमंत्री ने कहा कि- विचाराधीन कैदी गौरव तम्बोली 5 अगस्त 2018 को जेल दाखिल हुआ था। 8 जनवरी को तबीयत बिगड़ने पर जेल में डॉक्टर एन के ध्रुव ने बंदी का उपचार किया। बंदी स्वस्थ था। रात में तबियत बिगड़ने पर उसे जिला जेल से 9 किलोमीटर दूर अस्पताल दाखिल कराया गया। जहां उपचार के दौरान रात साढ़े 9 बजे मृत घोषित किया गया।

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि इस मामले में किसी तरह की जांच की जरूरत नहीं है।सदन को किसी तरह से गुमराह नहीं किया जा रहा है। वर्षवार जानकारी मैंने सदन में दे दी है। वहीं पूर्व सीएम अजीत जोगी ने कहा कि यह सामान्य घटना नहीं है। जेल में मृत्यु हुई है। सदस्य जिन कैदियों की मृत्यु हुई है, उनका नाम भी बता रहे है। ऐसी स्थिति में सच्चाई का पता लगाने आसंदी जांच का फैसला ले। वहीं इसपर अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि सदस्य विधिवत जानकारी लिखकर दे यदि हमें उपयुक्त लगेगा तो हम जांच के लिए विचार करेंगे।

विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सत्ता पक्ष से राजिम कुंभ मसले पर भी सवाल किया। बृजमोहन ने सदन में कहा कि जब विधेयक पारित हो गया था जो राजिम कुंभ को बंद क्यों किया गया। इस पर सत्ता पक्ष के मुताबिक राजिम कुंभ को बंद नहीं किया गया, केवल नाम बदला गया है। जनभावनाओं के अनुसार माघी पुन्नी मेला पहले भी था। उसका नाम आपने बदला है हमने भी विधेयक लाकर नाम बदला है।

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