रायपुर -रायगढ़ की सियासत में बीजेपी के प्रत्याशी के विरुद्ध पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का शंखनाद आज दोपहर को कर दिया है| 20 जून 1950 में जन्मे विजय अग्रवाल 2003 में तत्कालिक कांग्रेस के कद्दावर नेता और 5 बार से रायगढ़ के विधायक रहे केके गुप्ता को हराकर इतिहास रचा था, 2008 के चुनाव में हालांकि वह कांग्रेस के सकराजीत नायक से चुनाव हार गए थे लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव में विजय अग्रवाल की तैयारियां चुनाव को लेकर जोरों शोरों पर थी मगर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा रोशन अग्रवाल को टिकट दिए जाने पर भी उन्होंने समझौता पूर्वक वर्तमान विधायक रोशनलाल अग्रवाल का साथ देकर उन्हें विजयी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी |
परंतु 2018 आते-आते रायगढ़ की जनता में जिस तरह से वर्तमान विधायक के लिए आक्रोश का भाव था एवं विजय के कार्यों की सराहना हो रही थी उसे नजरअंदाज करते हुए भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने एक बार फिर से रोशन लाल अग्रवाल पर भरोसा जताया और उन्हें टिकट दिया जिसके कारण विजय अग्रवाल और उनके समर्थकों ने मिलकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है और भाजपा से इस्तीफा दे दिया है।