भारत को तीन साल के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचसी) में सदस्य चुन लिया गया है. एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पांच सदस्यों के लिए हुए चुनाव में भारत को सबसे अधिक वोट मिले. संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से 188 देशों ने भारत का समर्थन किया है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने इस जीत के बाद ट्वीट कर समर्थन के लिए सभी का धन्यवाद दिया. उन्हाेंने बाद में ये भी कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों के प्रचार और संरक्षण की दिशा में अपना संतुलित दृष्टिकोण रखेगा.
एशिया-प्रशांत क्षेत्र से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सदस्य के लिए भारत समेत बांग्लादेश, बहरीन, फिजी और फिलीपींस ने अपना नामांकन भरा था.पांच सीटों के लिए पांच दावेदारों के होने से इन सभी का निर्विरोध निर्वाचन लगभग तय था. नए सदस्यों का कार्यकाल एक जनवरी, 2019 से शुरू होकर तीन साल तक रहेगा. भारत पहले भी 2011-2014 और 2014 से 2017 तक दो बार मानवाधिकार परिषद का सदस्य रह चुका है. उसका अंतिम कार्यकाल 31 दिसंबर, 2017 में समाप्त हुआ है |