केरल -सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद बुधवार को केरल स्थित सबरीमला मंदिर के द्वार पहली बार खोले गए हैं. लेकिन यहां 10 से 50 आयुवर्ग की महिलाओं को अब भी प्रवेश नहीं करने दिया गया. पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोधियों ने सबरीमला मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार से 20 किलोमीटर पहले आधार शिविर निलक्कल में ही संबंधित आयु वर्ग की महिलाओं को रोके रखा. हालांकि इस दौरान पुलिस कर्मियों के साथ इन पुरुष प्रदर्शनकारियों की झड़प भी हुई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया. इसके बावजूद महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाईं.
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया है कि इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने महिला पत्रकारों के साथ भी बदसलूकी की और उनकी गाड़ियों पर हमला किया है.