बिल्हा के व्यवसायी ने मांग नही माने जाने पर भविष्य में आत्मदाह का कदम उठाने की चेतावनी दी।
अखण्ड धरना के 99वें दिन आज श्री अग्रवाल सेवा समिति एवं श्री गुरूसिंह सभा बिल्हा धरने पर बैठी। धरने पर बैठे वक्ताओं ने बडे ही आक्रोश में कहा कि पद पर बैठे हुये आकाओं को शहर की जनता की इस जायज मांग से शायद कोई सरोकार नहीं है शायद इसीलिए 100 दिवस धरने को पूरे होने आये पर अभी तक कोई भी परिणाम नजर नही आ रहा है। समिति ने कहा कि अब केन्द्र सरकार गाहे बगाहे इस आंदोलन को कडा रूख अख्तियार करने पर मजबूर कर रही है और अगर केन्द्र सरकार का यही जवाब रहा तो ऐसा होकर ही रहेगा और बिलासपुरवासी अपना हक लेकर ही रहेगे। अग्रवाल समाज बिल्हा के अध्यक्ष व सचिव अशोक नौबतवा ने कहा कि यहां 100 दिवस से बिलासपुर व बिलासपुर के बाहर से बडे – बडे बुद्धिजीवी हवाई सेवा मांग के समर्थन में आकर धरने पर बैठ रहे है, पोस्टकार्ड लिख रहे है लेकिन केन्द्र सरकार को शायद हवाई सेवा की मांग बेतुकी व बेमतलब लग रही है, इसलिए इस केन्द्र सरकार की ओर से कोई भी सकारात्मक कदम उठाया नही दिख रहा है। श्री गुरूसिंह सभा के श्याम राजपाल ने बड़े ही उग्र स्वर में कहा कि हर आंदोलन बलिदान मांगता है और केन्द्र सरकार के बेरूखी भरे आलम से ये तो यह शतप्रतिशत सही प्रतीत होती है लेकिन केन्द्र सरकार नही जानती कि शहरवासी अब इस मांग के लिए किसी भी हद तक जाने को लामबंद हो चुके है और अगर केन्द्र सरकार का यही रवैय्या रहा तो वे इस मांग के समर्थन में वे धरना स्थल पर आत्मदाह कर देगे। समिति के सदस्यो ने श्याम राजपाल को अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने का सलाह देते हुये आत्मदाह जैसे कदम से दूर रहने की समझाइस दी। अग्रवाल सेवा समिति की ओर से ही बोलते हुये श्री प्रकाश बिंदल ने कहा कि बिलासपुरवासी शहर के विकास के लिए एक जायज हवाई सुविधा की मांग को लेकर राघवेन्द्र सभा भवन बिलासपुर में धरने पर बैठ रहे है, परन्तु शायद बिलासपुर से दिल्ली तक इस मांग की आवाज जा नही पा रही है इसलिए केन्द्र की इस ऊंचा सुनने वाली केन्द्र सरकार को मै स्वयं दिल्ली तक पैदल यात्रा कर दिल्ली में अपनी हवाई सेवा की मांग बिलासपुर वासियों की ओर से रखूगा तब जाकर केन्द्र को इस मांग की अहमियत का एहसास होगा। समिति के ही गौरव अग्रवाल व तारा बिंदल ने कहा कि शिक्षा, रोजगार और व्यापार किसी भी शहर के विकास के मुख्य आधार स्तंभ तीव्रता लाने के लिए आवागमन के साधन का महत्वपूर्ण स्थान है। आज अगर बिलासपुर का राजधानी के समानान्तर विकास नही हो पा रहा है तो इसका एक प्रमुख कारण शहर को हवाई सुविधा से वंचित रखना है। सभा को जोगेन्द्र सिंह सालूजा, ताराचंद अग्रवाल, सुरेश केडिया आदि ने भी संबोधित किया। धरना आंदोलन में श्री अग्रवाल सेवा समिति व श्री गुरूसिंह सभा बिल्हा की ओर से गिरीश चंद्र गुप्ता, उमेश वर्मा, किरण सिंह,पंकज सिंह, दिनेश मुदलियार, नरेन्द्र सालूजा, गजेन्द्र श्रीवास्तव, रोहित मिश्रा आदि भी उपस्थित रहे। आज की सभा का संचालन देवेन्द्र सिंह ने किया व समिति की ओर से आभार ऋषि केशरी ने व्यक्त किया। समिति की ओर से धरना आंदोलन में आगमन के कम से बद्री यादव, मनोज श्रीवास, महेश दुबे-टाटा, समीर अहमद-बबला, शेख अल्फाज, राकेश तिवारी, संतोष पिपलवा, संजय पिल्ले, सुशांत शक्ला, साहिल अहमद, शब्बर अली, राघवेन्द्र सिंह, राकेश शर्मा, राकेश तिवारी व सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे। कल आंदोलन के 100वें दिन सबक संस्था-युवाओं का एक जागरिक मंच के सदस्य धरने पर बैठेगे। कल 2 फरवरी को धरना आंदोलन को 100 दिन पूरे हो रहे हैं, इस हेतु पूर्व में बंद आयोजन करने का विचार था परन्तु रविवार होने के कारण इसे समिति के सदस्यों ने आगे के लिए स्थगित कर दिया। अब 2 फरवरी को समिति के सदस्य एवं अन्य नागरिक सुबह 10 बजे से दिनभर की “भूख हडताल” पर बैठेगे। संध्या 6 बजे देशभक्ति गीतों का कार्यक्रम भी धरना स्थल पर आयोजित किया जायेगा।