विभिन्न ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल व कई संबंधित रेलवे विभागों में कई बार शिकायतों के बावजूद मसूद आलम अंसारी का उतनी ही दबंगई गुंडागर्दी व बेईमानी से कार्य करते रहना इस बात को साबित करता है कि रेलवे अधिकारियों में अब कानून या अन्य किसी का मानो डर खत्म हो गया है।उच्च अधिकारियों की मसूद आलम अंसारी से इस कदर मिलीभगत है कि, उसके द्वारा किए गए बेइमानी व भारतीय रेलवे को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाने वाले फैसलों पर भी सजा देना तो दूर उल्टे उन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप…