बिलासपुर -रेलवे ने बिलासपुर से कटनी के बीच दोहरीकरण का कार्य पूरा हो जाने के बाद रीवा पैसेंजर को रीवा एक्सप्रेस का नाम तो दे दिया है परंतु आलम यह है कि यह ट्रेन अभी भी पैसेंजर ट्रेन की तरह बिलासपुर से चलकर छोटे-छोटे स्टेशनों पर रुकते हुए रिवा पहुंच रही है। पर रेलवे यात्रियों से एक्सप्रेस ट्रेन के नाम पर रेलवे पहले की किराए से 4 गुनी ज्यादा किराया वसूल रही है।
नही बढ़ाई गई कोचों की संख्या
जानकारी के अनुसार यह ट्रेन पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान रेलवे बोर्ड के निर्देश पर बिलासपुर से रीवा तक चलाई गई थी । वहीं जानकारों का कहना है कि नियमानुसार एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टापेज छोटे स्टेशनों में नहीं दिया जाता है। एक्सप्रेस ट्रेन में स्लीपर कोच के साथ-साथ एसी कोच भी लगाए जाते हैं परंतु यह ट्रेन एक्सप्रेस बनने के बाद भी इसमें कोचों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है । इसमें अभी भी सारे कोच पुराने लगे हुए हैं।
वहीं अफसरों का कहना है कि इस ट्रेन में भी इसी कोच लगाने का प्रयास किया गया था परंतु इस ट्रेन का स्टॉपेज ज्यादा होने के कारण इसमें ऐसी कुछ लगाने की योजना फेल हो गई।