रायपुर – छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनाव में कुछ ऐसी ही स्थिति बनती जा रही है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों अंतरकलह से ग्रसित नजर आ रहे हैं और जोगी कांग्रेस बसपा महागठबंधन का हाल तो और भी खस्ता है | जोगी कांग्रेस ,बसपा, सीपीआई के गठबंधन से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे की तीनों ही पार्टी को और मजबूती मिलेगी लेकिन तीनों ही पार्टी आपस में प्रतिस्पर्धा में लगी हुई हैं |
खरसिया सीट से जोगी कांग्रेस और बसपा के संयुक्त उम्मीदवार ने भी कांग्रेस के समर्थन में नाम वापस लेकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है वहीं दूसरी ओर सीपीआई ने पहले चरण की 2 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कहकर 7 सीटों पर अपनी उम्मीदवारी ठोक दी है |भारतीय जनता पार्टी ने 89 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं लेकिन कांग्रेस इस मामले में भाजपा से पिछड़ती नज़र आ रही है, और टिकट की घोषणा से पहले ही दोनों पार्टियों में बगावत के सुर उठ रहे हैं |
कांग्रेस पार्टी राजधानी की दो सीटें रायपुर उत्तर और दक्षिण को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है वहीं बिलासपुर की बात करें तो बिलासपुर ,कोटा ,बिल्हा विधानसभा को लेकर हाईकमान को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है| भाजपा में 89 सीटों की घोषणा के बाद रायपुर उत्तर की 1 सीट सिरदर्द साबित हो रही है अब देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी पार्टी बागियों के मान मनुव्वल में सफल होती है या फिर बागी ही पार्टियों के सियासी समीकरण बिगाड़ते हैं।
