मुंबई-महाराष्ट्र के किसान एक बार फिर सड़क पर उतर आए हैं. गुरुवार सुबह 11 बजे के करीब उनका एक बड़ा काफिला मुंबई के आजाद मैदान पहुंचा. 10 हजार से भी ज्यादा किसानों और आदिवासियों का यह हुजूम महाराष्ट्र सरकार से मांग कर रहा है कि वह अपने वादे पूरे करे. खबरों के मुताबिक किसानों का 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल एक बार फिर इस सिलसिले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलेगा.
सूखे की समस्या से जूझ रहे किसान इससे निपटने के लिए 2017 में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा घोषित किए गए किसानों की ऋण माफी के पैकेज को लागू करने की मांग कर रहे हैं. उनकी मांग यह भी है कि एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए. इस आयोग ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के साथ जनजातीय किसानों के लिए भूमि अधिकार और कृषि मजदूरों के लिए मुआवजे जैसे मुद्दों पर अपने सुझाव दिए हैं.
लोक संघर्ष मोर्चा के बैनर के तले सड़कों पर उतरे इन किसानों का कहना है कि उनके पिछले प्रदर्शन को तकरीब नौ माह हो चुके हैं, लेकिन कोई भी मांग पूरी नहीं हुई. बता दें कि मार्च में भी हजारों की संख्या में किसान प्रदर्शन करने के लिए नासिक से मुंबई पहुंचे थे. तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किसानों की मांगों को लेकर सकारात्मक रुख दिखाते हुए कहा था कि इसके लिए वे एक समिति का गठन करने जा रहे हैं.