मुंबई-अगर आप भी गूगल मैप के जरिए किसी लोकेशन का सर्च करते हैं तो सावधान हो जाईए, क्योंकि अब ठगों ने गूगल मैप के जरिए लोगों को चूना लगा रहे हैं। इस बात की जानकारी महाराष्ट्र पुलिस ने लोगों को जानकारी दी है और सचेत भी किया है। हाल ही में एक शख्स ने गूगल मैप्स पर ईपीएफओ के कॉन्टैक्ट नंबर बदल दिए और फिर कई लोगों को चूना लगा दिया।
दरअसल गूगल मैप्स पर आपको मनचाही जगहों की कॉन्टैक्ट डीटेल्स मिल जाती हैं। कंपनियां मैप्स पर अपनी डीटेल्स और फोन नंबर लिस्ट रखती हैं ताकि यूजर्स मैप्स पर सर्च करके उन तक पहुंच सके या दिए गए नंबर पर कॉल करके मनचाही जानकारी ले सके।
जानिए ठग कैसे लगा रहे चूना
गूगल ने अपने यूजर्स की सहूलियत के लिए मैप्स पर ही कॉन्टैक्ट डीटेल्स को ए़डिट करने का विकल्प दे रखा है। इसके जरिए कोई भी दी गई डीटेल्स या नंबर्स को एडिट कर सकता है। इसी का फायदा उठाकर ठगी करने वाले किसी भी ऑफिस की कॉन्टैक्ट डीटेल्स बदल देते हैं। हाल ही में ठगों ने मुंबई के ईपीएफओ ऑफिस के नंबर बदलकर अपने नंबर ऐड कर दिए। लोगों ने मैप्स पर दिए गए नंबर्स पर विश्वास करके उन्हें फोन करना शुरू कर दिया।
जैसे ही लोग ठगों के नंबर्स पर कॉल करते हैं तो ठग उन्हें बैंक में काम करने वाला शख्स बताकर उन्हें विश्वास में लेते हैं। बाद में उनके खाते को वेरिफाई करने के नाम पर उनसे बैंकिंग डीटेल्स सहित कई निजी जानकारियां (बैंक खाता नंबर, एटीएम पिन) मांगी जाती हैं। ऐसे ही कई मामलों में लोगों ने भी बिना जांच-पड़ताल किए ही अपनी निजी डीटेल्स ठगों के साथ शेयर कर दीं।
निजी जानकारी लेने के बाद ठग उनका अपने हिसाब से गलत प्रयोग करके लोगों को चूना लगाते हैं। कई बार तो ठग इन नंबर्स को आईवीआर कॉल से भी जोड़ देते हैं ताकि लोगों को बिल्कुल शक ना हो।
ऐसे बचे ठगों के मायाजाल से…
गूगल मैप्स पर दिखने वाले नंबर्स पर विश्वास ना करें।
दो-तीन जगहों से वेरिफाई करने के बाद ही दिए गए नंबर पर कॉल करें।
बिना विश्वास किए केवल फोन पर अपनी निजी जानकारी शेयर ना करें।
जहां तक हो सके, सरकारी ऑफिस या कार्यालयों की नंबर जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।