बिलासपुर । विकास के नाम पर एका-एक तबाही का माहौल नजर आने लगा है। इसकी मुख्य वजह विभिन्न विभागों के प्रोजेक्टों का एक साथ शुरू होना है । यही वजह है कि शहर के मुख्य रास्ते खुद गए हैं और अब चलने के लिए लिए शहर में एक या दो सड़कें ही बाकी हैं। जिसके चलते हर सड़क जाम से जूझ रही है।
शहर के बड़े क्षेत्र में से एक व्यापार विहार अभी कुछ दिनों से लगातार जाम की समस्या से परेशान है । आपको बता दे व्यापार विहार की सड़कों को 6 महीने में दूसरी बार खोद दिया गया है । 6 महीने पहले ही इस सड़क को बनाया गया था और कंक्रीट का पूरा काम किया गया था परंतु 6 महीने के अंदर एक बार फिर से सड़क को पखोद कर कंक्रीट का कार्य किया जा रहा है । सड़क को एक तरफ से पूरा बंद कर दिया गया है । जिससे यहां के निवासियों को लगातार दिक्कतों का सामना करना पर रहा है । परंतु इस परेशानी को प्रशासन देख कर अनदेखा कर रही है ।
आलम तो यह है कि नगर निगम द्वारा एक सड़क का निर्माण कार्य पूरी होती नहीं है वहीं दूसरी सड़क भी खोद दी जाती है । आपको बता दे की सरकार द्वारा महाराणा प्रताप चौक से एफसीआई चौक तक स्मार्ट सड़क का निर्माण किया जा रहा है । इस स्मार्ट सड़क निर्माण कार्य की पूरी लागत लगभग 7 करोड़ रूपए की है । निर्माण कार्य के लिए नगर निगम द्वारा एक ही बार लगभग 1 km सड़क खोद दिया गया है । पहले से खोदी हुई सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ नहीं है कि उससे आगे का भी सड़क खोद दिया गया है ।
गौरबतल है कि सड़कों को एक तरफ से पूरे खोद देने के बाद सड़कों की चौड़ाई बहुत ही कम हो जाती है और सड़कों पर आवागमन करने में काफी परेशानी होती है । सड़क के दोनों ओर गड्ढे खोद दिए जाने के बाद बीच सड़क पर निर्माण सामग्री छोड़ दी गई है। इससे वाहनों को साईड लेने में परेशानी हो रही है। रोड जाम रहने के कारण दूर-दराज के लोग जाम में फंसे रहे। लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण कार्य धीमी गति से चलने के कारण आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।
शहरवासियों को जाम की समस्या से मुक्ति नहीं मिल पा रही है । आए दिन लोगों को रोज जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है । शहर का एक भी ऐसा सड़क नहीं है जहां जाम की समस्या से लोग परेशान नहीं हैं । इसकी वजह से शहर के दुकानदार ,व्यवसायी ,पैदल चलने वाले लोग, वाहन चालक परेशान होने को विवश हो रहे हैं । जाम की वजह से स्कूली वाहन ,एम्बुलेंस में जाम में फंसे रहते हैं जिसके कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है ।