कई महिलाओं को स्वाभाविक रूप से गर्भ धारण करने में मुश्किल आती है. यहां तक कि कई परीक्षण रिपोर्ट सामान्य होने के बाद वे स्वाभाविक रूप से गर्भ धारण में असमर्थ रहती हैं. पुरुषों में ‘इनफर्टिलिटी’ उन प्रमुख कारकों में से एक है. पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता और उसकी मात्रा गर्भ धारण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और यह पुरुष प्रजनन क्षमता का एक निर्णायक कारक भी है. यदि स्खलित शुक्राणु (Herring Sperm) कम हों या खराब गुणवत्ता के हो तो गर्भ धारण करने की संभावनाएं 10 गुना कम और कभी-कभी इससे भी कम हो जाती है….
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