सी .जी .एजुकेशन फोरम के बैनर तले बिलासपुर संभाग के लगभग 200 शिक्षकों जिनमें इंजीनियर, उच्च शिक्षित शिक्षकों व कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर के शिक्षकों, संचालकों द्वारा पुराने बस स्टैंड सूर्या होटल के पास सब्जी व चाय बेचकर प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया गया
ज्ञात हो कि कोचिंग व कंप्यूटर संस्थानों का सत्र मार्च मैं प्रारंभ होता है, तभी से कोरोना संक्रमण प्रारंभ होने के साथ ही लॉकडाउन किया गया था उसके पश्चात वर्तमान में शराब दुकानों से लेकर लगभग सभी उद्योग धंधे प्रारंभ हो गए किंतु असंगठित क्षेत्र व स्वरोजगार देने वाले हजारों परिवारों की जीविका जिससे चलती है, उन कोचिंग कक्षाओं व कंप्यूटर संस्थानों को प्रारंभ नहीं किया गया है जिससे राज्य में लाखों परिवार के मध्य जीवन यापन का संकट उत्पन्न हो गया है आज 5 महीने व्यतीत होने के पश्चात भी सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की गाइडलाइन सरकार द्वारा नहीं जारी किया गया उपरोक्त संस्थानों में लगभग सभी किराए के मकान में अपना कार्य चलाते हैं किराया बिजली बिल ना पटने के कारण आज बहुत सी कोचिंग क्लासेस व संस्थान बंद होने के कगार पर पहुंच चुकी है आज के आंदोलन में उपरोक्त संस्थानों द्वारा मांग किया गया है कि सरकार जल्द से जल्द गाइडलाइन जारी करें भवनों के किराया व बिजली बिल में राहत प्रदान करें जीवन यापन व कार्यों को पुनः प्रारंभ करने हेतु कम से कम ब्याज दरों पर लोन दिलवाए सभी प्रकार के टैक्स , इनकम टेक्स वालों को माफ करें ताकि हम उच्च शिक्षित स्वरोजगार प्राप्त युवा अपना व्यवसाय सुचारु रुप से चला सके व अन्य संबंधित उप व्यसाय जैसे हॉस्टल, रेस्टोरेंट होटल आदि कि जीविका भी सुचारु रुप से चल सके यदि जल्द ही इन बातों पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो भविष्य में उग्र आंदोलन किया जा सकता है
निजी कोचिंग संस्थानों ने प्रशासन के सामने अपनी निम्न 11 सूत्रीय मांगे रखी हैं और प्रशासन से इस और ध्यानाकर्षण की प्रार्थना की है
- निजी कौचिंग शिक्षण संस्थान के लिए अलग गाइड लाइन जारी की जाए । हमे स्कूल कालेज से अलग संमझा जाए।
- शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों को इंटरेस्ट फ्री लोन दिया जाए।
- शिक्षा पर लगाने वाले GST को हटाया जाए या दर कम की जाए
- लॉक डाउन के दौरान बिजली बिल में राहत दी जाए
- लॉक डाउन के दौरान रेंट में राहत देने के लिए निर्देश दिए जाएं
- सरकारी प्रशिक्षण योजनाओं में अटके हुए फण्ड को रिलीज किया जाए
- आर्थिक रूप से कमजोर शिक्षकों को राहत भत्ता प्रदान किया जाए।
- लॉक डाउन के दौरान आत्महत्या करने वाले शिक्षकों के परिवार को मुआबजा दिया जाए
- शिक्षकों के ऊपर लगाए गए लॉक डाउन उल्लंघन के मुकदमे बापिस लिए जाए।
10.निजी कौचिंग संस्थानों का प्रॉपर्टी टैक्स माफ किया जाए। - एक साल के लिए सारी देनदारियां और लोन ई एम आई रदद् की जाए.
आज के इस प्रदर्शन में बिलासपुर संभाग से आए लगभग 100 कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि भाग लिए जिसमें कोरबा रायगढ़ जांजगीर चांपा इत्यादि से भी कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि ने अपना प्रतिनिधित्व किया और उन्होंने बताया कि आने वाले समय में हम और भी विभिन्न प्रकार से सरकार और प्रशासन से अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से रखने का प्रयास करेंगे.