संविधा भर्ती से है वन कर्मचारियों को प्रमोशन का खतरा
बिलासपुर। राज्य शासन ने जहां वन विभाग के रिक्त पदों पर संविदा भर्ती करने का आदेश निकाला है। वहीं वन कर्मचारियों को संविदा भर्ती कर्मचारियों से अपने प्रमोशन का खतरा लगने लगा है, जिसका विरोध वन कर्मचारी संघ ने उच्चाधिकारियों को भर्ती पर रोक लगाने मांग की है।
छत्तीसगढ. वन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष प्रमोद सोनी ने बताया कि राज्य लघुवनोपज संघ ने 180 पदों पर संविदा नियुक्ति भरने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। पूर्व में वन विभाग में वनपाल से उपवनक्षेत्रपाल के पद पर पदोन्नत कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर लघु वनोपज संघ में भेजा जाता है। संविदा भर्ती किए जाने से 540 कर्मचारियों की पदोन्नति प्रभावित होगी। उन्होंने बताया कि 180 उप वनक्षेत्रपाल के पद पर संविदानियुक्ति की प्रक्रिया अपनाई जाती है तो वन विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारियों एवं संसाधन को लघु वनोपज व्यापार संघ के कार्य से पृथक रखाजाना चाहिए, क्योंकि लघु वनोपज व्यापार संघ एक अलग संस्था है, जो वन विभाग से पृथक कार्य करता है। इसके विरोध में संघ कीओर से प्रधान मुख्य संरक्षक और छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंधक संचालक के साथ मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर वृत्त को ज्ञापन सौंपा गया है। इस दौरान संभागीय अध्यक्ष वेदप्रकाश शर्मा, प्रांतीय पदाधिकारी जितेन्द्र साहू, लोकमणि त्रिपाठी, रामसुख नापित, जिला सचिव अजय मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष टुकेश साहू, भूपेन्द्र डहरिया सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।