प्रिय विद्यार्थियों, आप सभी अवगत हैं कि लगभग 1 वर्ष के कोविड वनवास के बाद आपको और हमको पुनः जुड़ने का अवसर मिला है। लाॅकडाउन के दौरान आपने और हमने अपनी ओर से भरसक प्रयास किया कि अध्ययन की निरन्तरता बनी रहे। हमारी संस्था द्वारा लाॅकडाउन के 1 सप्ताह बाद से ही निर्धारित टाईम टेबल के अनुसार सभी बैचों में आॅनलाइन कक्षाएँ भेजना शुरू किया जिससे विद्यार्थियों का सिलेबस समय से पूरा करवाया जा सके। लेकिन हम सभी इस बात से अवगत हैं कि आॅनलाइन कक्षाएँ अपने अनेक लाभों के बावजूद आॅफलाइन कक्षाओं का पूर्ण विकल्प नहीं हो सकती। अब जब सरकार की ओर से कक्षाओं को खोलने की अनुमति मिली है तो हमारा यह प्रयास है कि लम्बे समय से मार्गदर्शन से वंचित और परीक्षा की तैयारी का इंतजार कर रहे विद्यार्थियों को तैयारी की प्रारंभिक रणनीति समझायी जाये।
इसी क्रम में कल दिनाँक 28 फरवरी, समय सुबह 11 बजे कोचिंग की भविष्य की बिल्डिंग में सेमिनार का आयोजन किया गया है। यह बिल्डिंग एसबीआई मंगला ब्रांच के ऊपर, 36 माॅल के पास, उस्लापुर मुख्य मार्ग पर स्थित है। लगभग 10 हजार स्कवेयर फीट के क्षेत्र में विस्तृत तीन तलों में भविष्य में कोचिंग का संचालन किया जायेगा, जहाँ वर्तमान जरूरतों के अनुरूप हवादार और प्रकाशदार क्लासरूम, विस्तृत आॅफिस चेम्बर, कैंटीन सह रेस्टोरेंट के अलावा लगभग 200 बच्चों के अध्ययन के लिए लाईब्रेरी की सुविधा भी उपलब्ध होगी। वर्तमान सेमीनार को इस स्थान पर आयोजित करने का उद्देश्य बच्चों की भीड़ को कोविड मानको के अनुरूप उचित रूप से प्रबंधित करना है। हालाँकि 01 मार्च से शुरू होने वाले संस्था के सभी बैच अभी भी हमारी पुरानी कोचिंग बिल्डिंग पार्वती चेम्बर, गाँधी चैंक, दयालबंद में ही कोविड सुरक्षाओं को ध्यान में रखते हुए संचालित किए जायेंगे। कोचिंग की शिफ्टिंग से 1 माह पूर्व सभी विद्यार्थियों को अवगत करवाया जाएगा, साथ ही नए स्थान पर आवासीय सुविधाओं के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली आई.ए.एस. अकादमी पिछले कई वर्षों से छत्तीसगढ़ पीएससी में सर्वाधिक चयन देने वाली संस्था है। प्रत्येक वर्ष अधिकांश टाॅपर्स संस्था से मार्गदर्शन प्राप्त कर उच्च पदों पर आसीन हुए हैं। संस्था के फाउंडर डायरेक्टर श्री सौरभ चतुर्वेदी भारत के प्रख्यात सिविल सेवा के मार्गदर्शकों में से एक हैं जो दिल्ली के प्रतिष्ठित दृष्टि: द विजन संस्था में यूपीएससी अर्थात् आई.ए.एस. की परीक्षा से जुड़ा मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। संस्था में लोकप्रिय शिक्षकों की एक प्रभावी टीम है जिसमें श्री दीप साहा (छत्तीसगढ़ विशेषज्ञ), श्री भूपेन्द्र शामनानी (गणित विशेषज्ञ) और श्री लक्ष्मीकांत साहू (भाषा विशेषज्ञ) के तौर पर विद्यार्थियों के बीच विशेष पहचान रखते हैं।
आशा है आप सभी इस निःशुल्क सेमिनार का लाभ उठाकर अपनी तैयारी को नई दिशा प्रदान करेंगे। सेमिनार में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की रणनीति के साथ समय प्रबंधन, भावनात्मक प्रबंधन और प्रभावी अभिप्रेरणा से जुड़ी विभिन्न टिप्स सौरभ सर द्वारा दी जायेंगी। 01 मार्च से शुरू होने वाले नये सत्र के बैचों की जानकारी और एडमिशन तथा कक्षाओं के संचालन से जुड़ी सभी शंकाओं का निवारण भी किया जाएगा।