लोकसभा चुनाव । नजरिया : पत्रकार यशवंत गोहिल राजनीति में नीतिगत विरोध का अपना समय, तरीका और स्थान होता है। हमारे बिलासपुर के सांसद लखनलाल साहू का स्टिंग ऑपरेशन सामने आना और इसमें उनका स्वीकार करना कि 15 करोड़ खर्च होते हैं, पैसा तो लगता ही है, सवाल उठाएंगे और भी तमाम तरह के सवाल-जवाब स्टिंग में दिख रहे हैं। वैसे लखनलाल साहू का यह दूसरा स्टिंग है। इससे पहले विधानसभा चुनावों के दौरान उनका एक स्टिंग आ चुका है, जिसमें वे केंद्रीय नेतृत्व के विषय में चर्चा करते हुए…
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अरुण के साथ है मोदी का चेहरा तो अटल के साथ भूपेश का !
लोकसभा चुनाव । नजरिया : पत्रकार यशवंत गोहिल ◆ पहले बात करें भाजपा के उम्मीदवार अरुण साव की बिलासपुर में लोग कह रहे हैं साहू फैक्टर के चलते अरुण साव को टिकट मिला। पर एक बात सोचें… 1. क्या सिर्फ साहू फैक्टर के चलते कोई प्रत्याशी जीत दर्ज कर लेगा या… चूंकि एक बड़ा वोट बैंक इस वर्ग से आता है, इसलिए अरुण साव ज्यादा मुनासिब हैं। 2. क्या भाजपा में भितरघात की आशंका(कांग्रेस के लिए संभावना) ज्यादा नहीं दिख रही, क्योंकि.. ● जिनका टिकट कटा है, उन्होंने एक लाख से…
जब जोगी जी ने कहा जला दिया…
मौका था INH चैनल के टाटा स्काई में लांचिंग का। हरिभूमि ग्रुप के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ही ये करामात कर सकते थे कि राज्य के तीनों मुख्यमंत्री, वह भी एक दूसरे के विरोधी को एक मंच पर लाया जाए। लांचिंग के इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ दोनों पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह व अजीत जोगी मौजूद थे। इस शानदार आयोजन की सफलता में कोई शक नहीं है, लेकिन इस आयोजन में चार चांद लगा दिए प्रदेश के तीनों वरिष्ठ नेताओं की ठहाके लगा देने वाली…
मोदी की राह आसान नहीं अग़र इतिहास देखें तो…पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भी इसे याद रखे
मोदी की राह आसान नहीं अग़र इतिहास देखें तो…पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भी इसे याद रखे जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी की राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हार हुई है, वह लोकतंत्र के मायने तो बतलाती ही है, लेकिन इसके साथ ही साथ यह सोचने के लिए भी विवश करती है कि आख़िर यह जनादेश किसके खिलाफ है। ख़ासकर छत्तीसगढ़ में जिस तरह के परिणाम आए हैं, उसकी उम्मीद तो कांग्रेस को भी नहीं थी। कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष टीएस सिंहदेव और पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने…