केरल-सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में महिलाओं के प्रवेश संबंधी विवाद निपटाने के लिए केरल सरकार ने अदालत की शरण ली है. हालांकि उसकी ओर से काेई याचिका दायर नहीं की गई है. बल्कि उसने केरल हाईकोर्ट में चार महिला भक्ताें द्वारा दायर याचिका का समर्थन किया है. इस याचिका में मांग की गई है कि वार्षिक यात्रा के दौरान दो दिन ऐसे तय किए जाएं जब सिर्फ़ महिला भक्त ही मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन और पूजा-अर्चना कर सकें.
द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक कन्नूर की सामाजिक कार्यकर्ता रेशमा निशांत और तीन अन्य महिलाओं की याचिका पर मुख्य न्यायाधीश ऋषिकेश राय की अध्यक्षता वाली बेंच सुनवाई कर रही है. उसने इस याचिका में की गई मांग और सबरीमला मंदिर जाने की इच्छुक महिलाओं की सुरक्षा आदि के बाबत राज्य सरकार से ज़वाब मांगा था. अदालत ने इस पर त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (मंदिर की व्यवस्थाएं इसी के अधीन हैं) से भी हफ़्ते भर के भीतर ज़वाब दाख़िल करने काे कहा है.