आज नारी दिवस विशेष

आज स्त्री आत्मनिर्भर है, स्वतन्त्र है, घर एवम् बाहर दोनो ही सम्हाल रही है अब पुरुषों को भी यह रोल निभाने को तैयार होना होगा। मैं धन्य हुँ जो मैंने सदैव ही अपने पति और परिवार का प्रोत्साहन पाया है।

जिसा अग्रवाल इंटीरीयर डीजाईनर

।।नारी अस्य समाजस्य कुशल वास्तुकारा अस्ती ।।
नागपुर एवम् मुंबई में शिक्षा और अनुभव प्राप्त करने के बाद 213 में बिलासपुर में हमने अपनी डिजाइनिंग फ़र्म स्थापित की।इन सात सालों में 100 से भी अधिक project सफलतापूर्वक पूर्ण किये हैं।हमारे क्लाइंट्स की सूची में ना केवल छत्तीसगढ़ बल्कि कोलकाता मध्य प्रदेश एवं उड़ीसा के भी प्रतिष्ठित नागरिक सम्मिलित है।इस पुरुष प्रभुत्व वाले क्षेत्र में अपना नाम बना पाना आसान नहीं था परंतु यदि संकल्प पक्का हो और कार्य के प्रति ईमानदारी तो कुछ भी असंभव नहीं।सबसे अधिक प्रसन्न्ता मुझे तब होती है जब वो हमारे पुराने क्लाइंट्स ही अपने नये निर्माण के लिए हम से ही संपर्क करते हैयह प्रमाण होता है कि वे हमारे पूर्व कार्य से संतुष्ट है। कोई भी निर्माण कार्य शुरू करने से पहले हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए-

1. नक़्शा ऐसा होना चाहिए कि प्राकृतिक हवा एवं रोशनी पर्याप्त रूप से प्राप्त हो, गर्मियों में मकान अपेक्षाकृत ठंडा रहे वह सर्दियों में धूप का आनंद भी लिया जा सके
2. रेन हार्वेस्टिंग अत्यधिक आवश्यक है। पलंबिंग की प्लानिंग ऐसी होनी चाहिए की पानी की एक एक बूँद का सदुपयोग हो।
3. प्रत्येक वर्ग फ़ीट का सटीक उपयोग हो,क्लायंट की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ ही मकान स्पेसियस भी लगना चाहिए। 4. मैं कम पर विश्वास रखती हूँ, तेज़ी से प्रदूषित होती धरती पर हमें कम से कम संसाधनों में ही बेहतर विकसित होगी।
5. आपकी पसंद है चाहे luxury designing की हो या modern कंटेम्पररी या टिपिकल ट्रेडिशनल सभी ऐसा होना चाहिए की कम से कम 15 वर्षों तक भी वह डिजाईन प्रासंगिक लगना चाहिए।
6. प्रत्येक क्लायंट की पसंद alag होती है, मैं kewal अपनी ही बात थोपने par बिलकुल भी vishwas नहीं रखती।
7. प्रत्येक क्लायंट की पसंद alag होती है, मैं kewal अपनी ही बात थोपने par बिलकुल भी vishwas नहीं रखती।
8. कुछ samay पहले हम जांजगीर में एक project कर रहे थे जहाँ एक बेकार पड़ी जगह को बहूत ही Sunder indoor garden में विकसित kiya।यह क्लायंट ke लिए बिलकुल अनपेक्षित था।
9. कुछ साल पहले हमने एक ८०० square feet ke flat को उन्हीं ke पुराने furniture ke साथ rennovate kiya वह भी kewal 40 हज़ार रुपये में।पिछले साल उन्हीं ke नए बंगले का nirmaan एवं design हमने ही kiya हैक्लायंट का भरोसा ही हमारी Shakti है वह उसे ना तोड़ना ही हमारा sankalp है

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