छत्तीसगढ़ राज्य सरकार का बजट निराशाजनक : मनीष अग्रवाल

छत्तीसगढ़ राज्य सरकार का बजट निराशाजनक है। कांग्रेस चुनावी वादों के तहत कांग्रेस जन घोषणा पत्र को भूल गई। सरकार चुनावी वादों के तहत लगभग 70 वादे किए गए थे। भूपेश सरकार ने युवाओं और महिलाओं को राज्य में नौकरी-पेशा कर रहे सरकार के अधीन मध्यम वर्गीय लोगों को छला है । भूपेश सरकार का बजट छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने वाला नहीं है। इस बजट में कोई विजन नहीं है केवल बड़ी बड़ी बातें हैं । घोषणाएं जब पूर्व की वादों पर खड़ा नहीं उतरे तो वर्तमान की घोषणाओं…

जब जोगी जी ने कहा जला दिया…

मौका था INH चैनल के टाटा स्काई में लांचिंग का। हरिभूमि ग्रुप के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ही ये करामात कर सकते थे कि राज्य के तीनों मुख्यमंत्री, वह भी एक दूसरे के विरोधी को एक मंच पर लाया जाए। लांचिंग के इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ दोनों पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह व अजीत जोगी मौजूद थे। इस शानदार आयोजन की सफलता में कोई शक नहीं है, लेकिन इस आयोजन में चार चांद लगा दिए प्रदेश के तीनों वरिष्ठ नेताओं की ठहाके लगा देने वाली…

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रविन्द्र सिंह ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा ,यह बजट गांव,गरीब व किसानों का बजट

बिलासपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो गया । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वित्तीय वर्ष 2019 -20 का बजट पेश किया । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रविन्द्र सिंह ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट गांव,गरीब व किसानों का बजट है । उन्होंने कहा कि बजट में बिजली बिल आधा, प्रत्येक परिवार को 35 किलो चावल, प्रदेश मे कृषि व महिला एवं आई टी आई कॉलेज व स्कूल खोलने की घोषणा ,स्थानीय जन को नौकरी मे 5 वर्ष की छूट,…

एक पत्रकार की हत्या : मनीष कुमार

आजादी के बाद भी दशकों तक पत्रकार, भारत में स्वतंत्र लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहे। ऐसे कई नाम हैं जिन्होंने कलम की ताकत से देश के सर्वोच्च पद पर बैठे सत्तासीनों को अपने कदमों में झुकाया। उनके कलम की ताकत इतनी थी कि एक पैसे के अखबार में छपने वाले एक कॉलम ने अपनी वैचारिक क्रांति से न जाने कितने आंदोलनों को जन्म दिया,जिससे देश की दशा और दिशा में ऐतिहासिक परिवर्तन हुए । उस समय न तो सूचना का अधिकार था न ही अभिव्यक्ति की उतनी…

भाजपा देश और प्रदेश में जो भी हासिल किया है उसमें पत्रकार की अहम भूमिका : मनीष अग्रवाल

बिलासपुर । पत्रकार देश और समाज के लिए सबसे जरूरी स्तंभ है। पत्रकार सदैव विपक्ष का सशक्त साथी रहा है ऐसे में पत्रकारों पर हमले की घटना का मैं घोर विरोध करता हूं । रायपुर के कार्यालय में जो हुआ उसे दुर्भाग्य जनक कहा जाना चाहिए । भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता होने के नाते मैं यह कहना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी प्रकार की हिंसा का विरोध करती है। रायपुर में जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था लेकिन अब इस मामले में पार्टी की…

आपातकाल के खिलाफ लड़ने वाले एक बड़े योद्धा जॉर्ज फर्नांडिस का हुआ निधन

नई दिल्ली । भारत के पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडीज का 89 साल की उम्र में सोमवार सुबह छह बजे निधन हो गया। वह काफी लंबे समय से अल्जाइमर रोग से पीड़ित थे । उन्होंने दिल्ली के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली। फर्नांडीज का बेटा विदेश में रहता है, उनके वापस आने के बाद उनका संस्कार किया जाएगा । फर्नांडीस का जन्म 3 जून 1930 को मैंगलोर में हुआ था। वे अटल सरकार में अक्टूबर 2001 से मई 2004 तक रक्षामंत्री रहे। आखिरी बार वह अगस्त 2009 से जुलाई 2010…

भाजपा के लिए मुश्किल,तो कांग्रेस के लिए भी आसान नहीं-यशवंत गोहिल

छत्तीसगढ़ के चुनाव हो गए। गली-गली, मोहल्ले-मोहल्ले सिर्फ एक बात की चर्चा, किसकी बनेगी सरकार, कौन बनेगा सीएम,…कई बार तो ऐसा लगता है जैसे लोगों के सब्र का बांध टूट रहा हो…रोज सुबह डॉक्टर की प्रिस्क्रप्शन की तरह जब तक एक-दो सर्वे रिपोर्ट व्हाट्स एप पर नहीं आ जाते, कुछ लोग बेचैन रहते हैं। सर्वे रिपोर्ट मिलते ही एक स्फूर्ति आती है और वे उसे आगे भेजने के लिए नंबरों की तलाश करते हैं। ख़ैर ये एक अलग विषय है। सोशल मीडिया युग में जिस तेजी से सूचनाएं लोगों तक…

जम्मू कश्मीर राज्य को लेकर कोई विवाद नहीं है,और जम्मू कश्मीर का विलय भारत के अन्य राज्यों की भांति पूर्ण है-ब्रजेन्द्र शुक्ला

आदिकाल से ही जम्मू कश्मीर आज भारतवर्ष का अभिन्न अंग रहा है | भारत के महान सम्राट अशोक ने जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर वितस्ता नदी के तट पर तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में स्थापित की थी | कल्हण द्वारा रचित ऐतिहासिक ग्रंथ राजतरंगिणी जो कि विश्व की प्राचीनतम ग्रंथों में से एक है या ग्रंथ जम्मू कश्मीर के इतिहास का प्राचीन प्रमाणिक ग्रंथ है । भारत का यह मुकुट राज्य सनातन धर्म की तपो एवं पवित्र भूमि रहा है | शैव, बौद्ध एवं साहित्य संप्रदाय की भी स्थली रहा…

सुविचार;चरित्र को कभी आसानी से और शांति से विकसित नही किया जा सकता

“चरित्र को कभी आसानी से और शांति से विकसित नही किया जा सकता. बल्कि मुश्किलों का अनुभव और मुसीबतों को सहकर, साफ़ दृष्टी रखकर, उच्च विचार रखकर और सफलता प्राप्त करके ही इसे हासिल किया जा सकता है.” – HELEN KELLER