सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में हिंदुओं की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा : मोहन भागवत

प्रयागराज। विहिप की धर्म संसद में अपने संबोधन के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सबरीमाला मंदिर में प्रतिबंधित उम्र वर्ग की महिलाओं के प्रवेश संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसमें हिंदुओं की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने फैसला तो सुना दिया लेकिन इससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं एवं सम्मान आहत हुए, इसका ख्याल नहीं रखा गया। भागवत ने कहा कि महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं करना चाहती हैं, लेकिन श्रीलंका से लाकर उनको पिछले दरवाजे से प्रवेश…

राम मंदिर ‘आत्म सम्मान के लिए ज़रूरी है’ क़ानून बनाए सरकार -मोहन भागवत

नागपुर -राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख (सरसंघचालक) मोहन भागवत ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से आग्रह किया है कि वह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए  संसद में कानून पारित कराए | नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय में विजयादशमी (गुरुवार को महानवमी और दशमी की तिथि मिश्रित है) के मौके पर आयोजित वार्षिक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘राम मंदिर का निर्माण आत्मसम्मान के लिए ज़रूरी है.’ भागवत ने कहा, ‘राम मंदिर का निर्माण भारतीय समाज में सद्भाव, भाईचारे के साथ एकता के लिए भी आवश्यक है. अयोध्या में…

आरएसएस को प्रतिबंधित करने के सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदेश को उनकी प्रतिमा के नीचे लगाया जाना चाहिए-आनंद शर्मा

नई दिल्ली -कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को प्रतिबंधित करने के सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदेश को उनकी विशालकाय प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के नीचे लगाया जाना चाहिए. इस प्रतिमा का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को करने वाले हैं. पीटीआई से बात करते हुए आनंद शर्मा ने कहा, ‘महात्मा गांधी की हत्या के बाद 1948 में सरदार पटेल द्वारा जारी एक लिखित आदेश है… उस आदेश को प्रतिमा के नीचे लगाया जाना चाहिए ताकि देश को उनके बारे…