“बीमार सरकार – छत्तीसगढ़ सरकार”
नया आगाज़ – दुखद समाचार है की हमारे माननीय मुख्मंत्री जी और उनकी सरकार बहुत हैं गंभीर जातिवाद की राजनीति से गुजर रही है। इसका कोई इलाज भी तो नहीं है, वोटबैंक के चक्कर में सुनने देखने की शक्ति खत्म हो जाती है।
कोई दवा काम नहीं आती शायद दारू ही काम आएगी। इनकी इस निजी बीमारी – लालच, स्वार्थ से भरी पड़ी है, जिसमे सामान्य वर्ग के लोग पीस रहे। बिल्कुल दीजिए उनको संरक्षण, पर सामान्य वर्ग का हक छीनेंगे? समान्य वर्ग वालेंक्या छत्तीसगढ़ की जनता नहीं है? हमको अपनी काबिलियत दिखाने का हक नहीं? तो फिर आपको वोट भी नहीं। नोटा में बहा देंगे पर आपकी नौटंकी अब नहीं सहेंगे।
अब तक तो आरक्षण का भोझ उठा रहे थे , पर अब तो बाड़ ही आगयी जिससे अब नुकसान ही होगा।
” गड़बो नवा छत्तीसगढ़ ” – जिसमें सामान्य वर्ग को खोखला करके, उनका हक़ चीन के, काबिलियत को दबा के, बनेगा।सरल भाषा में सामान्य वर्ग के खून चूस के बनेगा।
ये बाहर के इनका ये हक नही छत्तीसगढ़ पर!
ये बाहर के है, यहां नी लोगो को दबा कर रखा है!
ये बाहर के है, इनको वापस भेजो
भाई! हम बाहर के है जो टैक्स देते आए है और डे रहे वो वापस कर दो हम चल देंगे। इसी टैक्स पे तो आप उछल रहे, छत्तीसगढ़ में जातिवाद का खेल हो रहा, बाहर जाके” पिता जी” प्रचार कर रहे।
अब समय आग्या है, हमको इस बीमारी से अपने राज्य को , अपने प्रधानमंत्री जी को ठीक करना होगा, उनके जिम्मेदारियों का एहसास करवाना होगा ताकि आज के युग में भी ये और इनके पिताजी इस मानसिकता से बाहर आए। आज से कही भी आपको मिले अमने – सामने , फेसबुक पे, ट्विटर पर, वॉट्सएप पर,
बस उनके सही होने की कामना करे।
“Get well soon ” मुख्यमंत्री जी🙏🙏
कमी ना करे कामना करने में। सामान्य वर्ग के हो तो और मन से get well soon बोले तभी तो आपको तकलीफ़ वो भी समझेंगे। अभियान ही समझिए ।
अब नहीं तो कभी नहीं।