बिलासपुर । निर्वाचन अधिकारी की लिपकीय त्रुटि से कई ऐसे लोग हैं जो एक बार फिर विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी अपने मत का उपयोग नहीं कर सके। अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाने से उन्हें बहुत ही पछतावा हो रहा है ।
आपको बता दे कि इसी लिपकीय त्रुटि के कारण बिलासपुर की भारती नगर निवासी इस लोकतंत्र के महापर्व में भाग नहीं ले सकी। इनको मतदान बस इस कारण नहीं करने दिया गया क्योंकि मतदान केंद्र में उनके नाम के आगे बैलेट पेपर ईशु होना बताया जा रहा था ।
जानिए गृहणी क्यों नहीं ले सकी इस लोकतंत्र के महापर्व में भाग
वार्ड क्रमांक 11, बूथ क्रमांक 163, मतदान केंद्र भारती नगर चौक बालमुकुंद स्कूल में भारती नगर निवासी विमला शर्मा को भी लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लेना था। उम्र दराज होने के बाद भी उन्होंने सुबह से तीन बार अपना परिचय पत्र मतदाता एवं आधार कार्ड लेकर मतदान केंद्र का चक्कर लगा चुकीं थीं। लेकिन मतदान केंद्र में उनके नाम के आगे बैलट पेपर ईशु होना बताया जा रहा था। जबकि उनका कहना था कि वह ना तो कोई सरकारी कर्मचारी है और ना किसी नौकरी में, वह तो सिर्फ एक गृहणी है। लेकिन उनके मतदान सूची लिस्ट में बैलट पेपर पोस्टल बैलट लिखा जाने के कारण उन्हें मतदान नहीं करने दिया गया। मतदान से वंचित होने का अफसोस उनके चेहरे से साफ झलक रहा था। निर्वाचन पदाधिकारी की लापरवाही का नतीजा ये की उन्हें इस लोकतंत्र के महापर्व में भाग ले का मौका नहीं मिल सका।
उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का पछतावा है कि इस प्रकार की त्रुटि क्यों,और किससे हुई। इस प्रकार की अन्य कई लिपिकीय त्रुटि के कारण उनके जैसे ना जाने कितने मतदाता मतदान करने से वंचित रह गए होंगे।
बहरहाल एक ओर जिले के मुखिया निर्वाचन प्रमुख अधिकारी मतदान में भाग लेने के लिए तरह-तरह के आयोजन कर मतदाताओं को मतदान करने जागरूकता अभियान चलाते हैं वहीं दूसरी ओर लिपकीय त्रुटि के चलते सैकड़ों लोग मतदान करने से वंचित हो जाते हैं जिससे मतदान का प्रतिशत घटता है।