एक ही परिवार का 40 वर्षों तक रहा कब्ज़ा ; क्या सातवीं पारी खेल पाएंगे रविन्द्र चौबे ?

बेमेतरा -छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में सबसे अप्रत्याशित सीट साजा विधानसभा सीट रही है.इलाके में अभी तक चौबे परिवार का ही वर्चस्व रहा है, परंतु 2013 विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में सबसे अप्रत्याशित हार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे की हुई थी.

चौबे परिवार का सीट पर 40 साल रहा कब्ज़ा

इस सीट पर चौबे परिवार का 40 साल तक कब्जा रहा है. 1985 से लगातार छठी पारी पूरी करने वाले चौबे को हालांकि 2013 में सातवीं पारी में हार का सामना करना पड़ा था। खास बात यह है कि साजा में हमेशा से ही जीतते आ रही है और एक ही परिवार का व्यक्ति हमेशा से विधायक रहा है। हालांकि इस परंपरा को को वर्ष 2013 में भाजपा के लाभचंद बाफना ने जरूर तोड़ा.

क्या सातवीं बार वापसी करेंगे रविन्द्र चौबे

साजा में वर्ष 1972 में रविंद्र चौबे के पिता स्व श्री देवी प्रसाद चौबे, 1970 में बड़े भाई प्रदीप चौबे, 1980 में मां स्व कुमारी देवी चौबे, और 1985 से 2013 तक लगातार छठी पारी पूरी कर चुके रविन्द्र चौबे क्या सातवीं बार वापसी करेंगे यह देखना दिलचस्प होगा ।

जोगी सरकार में मंत्री रहे और पूर्व नेता प्रतिपक्ष चौबे की भूमिका कांग्रेस की सरकार आने पर क्या होगी? क्या उन्हें किसी महत्वपूर्ण मंत्रालय का जिम्मा सौंपा जाएगा? सीनियर नेता होने के नाते विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाएगी जैसे तमाम सवालों के जवाब नतीजें आने के बाद ही मिल पाएंगे.

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