जो नकारात्मक राजनीति करते हैं, वे रचना नहीं कर सकते, जो रचना करते हैं, उन्हें विरोध का समय ही नहीं: आदित्य अग्रवाल

बिलासपुर-रेलवे परिक्षेत्र के कंस्ट्रक्शन कॉलोनी,आर टी एस कॉलोनी, माता खोली चौक, वायरलेस कॉलोनी, बापूनगर, बांग्ला यार्ड के साथ मदर टेरेसा नगर, अंबेडकर नगर,रानी लक्ष्मीबाई नगर वार्ड मे जनसंपर्क कर आदित्य ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वार्ड वासियों से मतदान करने की अपील की।

रेलवे इलाके में युवाओं के बीच बैठक मे उन्होंने कहा कि
ये अजीब सा विरोधाभास है विपक्ष में, वे विकास की बात करने पर इतने किनारे क्यों हो जाते हैं। जब बिलासपुर को स्मार्ट सिटी का तमगा मिला, उन्हें रास नहीं आया।

अरपा डेवलपमेंट अथॉरिटी का गठन हुआ, वे विरोध करने लगे, ओव्हरब्रिज की स्वीकृति हुई, उनके तेवर चढ़ गए, स्टेडियम बना, वे चीखने चिल्लाने लगे, सड़कें बनी, तो वहीं गड्ढे खुदवाकर खुद गाड़ी डालकर फोटो खिंचवाने लगे….ये हर कोई कहता है सकारात्मक राजनीति नहीं होती। ये कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति है और इसी कारण परिणाम है कि आज कांग्रेस हाशिए पर है।
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आदित्य ने कहा कांग्रेस आज भी अपने उस गुरुर से पीछा नहीं छुड़ा पा रही है, जिसे लोग आपातकाल की त्रासदी के नाम से जानते हैं। कांग्रेस आज भी उसी ढर्रे पर चलना चाहती है, लेकिन जनता जानती है कि समय बदल गया है।

बिलासपुर पर कांग्रेस ने पांच दशक से भी ज्यादा समय तक अपना शासन चलाया, लेकिन पिछले 20 सालों में जो काम हुए, वे उनके 50 सालों पर भारी हैं।

हमारी अरपा नदी सूखती जा रही है, तो इसका जिम्मेदार कोई एक राजनीतिक दल नहीं, कोई राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं, कोई राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि समुदाय में सभी समाज भी है। एक व्यक्ति होने के नाते हमें पर्यावरण में हो रहे बदलावों को समझना होगा, लेकिन विधायक होने के नाते मेरे पिता व्यक्तिगत बीड़ा उठाया, मंत्रीगत और समाजगत जो भी योगदान हो सकते है वे करते है, इसी के कारण शासन का हिस्सा होने के नाते अरपा विकास प्राधिकरण का गठन किया गया। व्यक्तिगत रूप से समाज-समाज जाकर हमने अपील की कि ज्यादा से ज्याद पौधरोपण किया जाए।

बिलासपुर में सभी समाजों का आभार मानना चाहिए कि उन्होंने इस जिम्मेदारी में कदम से कदम मिलाकर लाखों पौधरोपण किए। एक एक व्यक्ति का आभार है, जो एक छोटे से पौधे में पानी सींचने का काम करता है। हम पानी सींचने का काम करते हैं और ये कांग्रेसी मेहनत पर पानी फेरने का। सत्ताहीनो को सत्ता इतनी भाती है कि किसी भी प्रकार से विरोध करना है, तो करना है। उनका सिर्फ विरोध का एजेंडा है जनता केवल विकास और शान्ति चाहती है।कांग्रेस राजनीति का कुरूप चेहरा ज्यादा पसंद है। वे ऐसे व्यक्ति को सामने करना चाहते हैं जो गली-गली जाकर जातिवाद का जहर बो रहा है। वो ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बना रहे हैं, जिसने सैकड़ों, हजारों बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया हो और उसी पैसों के अहंकार की कमाई से चुनाव लड़ने टिकट ले आये है।

क्या ऐसी राजनीतिक पार्टी, ऐसा प्रत्याशी समाज सेवा की भावना से राजनीति करता है। नहीं, ऐसा व्यक्ति सिर्फ और सिर्फ पैसे कमाने के लिए, व्यभिचार के लिए, स्वयं के हितो के लिए राजनीति करता है। राजनीति सुंदर चेहरे से नहीं, सुंदर चरित्र से गढ़ी जाती है। चेहरे के पीछे चरित्र सुंदर नहीं, तो समाज को अधोगति ले जाना साबित होगा यह कांग्रेस का प्रत्याशी। जो केवल विरोध करता हो, वह रचना नहीं कर सकता और जो रचना करता हो, उसे विरोध की चिंता नहीं रहती, इसलिए हम रचना कर रहे हैं, रचना करते रहेंगे, जिन्हें विरोध करना है, वे विरोध करते रहें।

आदित्य के साथ जनसंपर्क में बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारी शामिल हुए।

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