बिलासपुर – दो दशक के लंबे इंतजार के बाद अब एक-एक कर तीन दावेदार सामने आ गए हैं

बिलासपुर – भाजपा में शाही प्रबंधन के चलते सेकंड लाइन के सवाल पर दिग्गजों की कुर्सी संभालने के लिए कार्यकर्ता मचल उठे हैं। बिलासपुर विधानसभा में दो दशक के लंबे इंतजार के बाद अब एक-एक कर तीन दावेदार सामने आ गए हैं । तीसरे दावेदार के रूप में किरण सिंह ने भाजपा की टिकट के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को उम्मीदवारी पेश की है ।

जहां विपक्षी कांग्रेस नें तरह-तरह के रणनीति अपनाकर बिलासपुर विधानसभा की जनता के सामने भाजपा के कद्दावर विधायक व छत्तीसगढ शासन में मंत्री अमर अग्रवाल सहित उनके समर्थकों की नींद उड़ा रखी है वही बीजेपी के दूसरे खेमें के द्वारा बिलासपुर विकास को मुद्दा बनाकर बिलासपुर विधानसभा टिकट की दावेदारी से अमर सहित समर्थकों की नींद उड़ा दी है।

ताजातरीन मामले में छत्तीसगढ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक से एक भाजपा महिला नेत्री नें पत्र लिखकर बिलासपुर विधानसभा से टिकट की दावेदारी करते हुए बिलासपुर के कद्दावर नेता, 20 सालों से विधायक अमर अग्रवाल की रातों की नींद और दिन का चैन छिन लिया है, वही अमर समर्थकों में हड़कंप मच गया है।

महिला प्रत्याशी को नेतृत्व करने का अवसर प्रदान किया जाए

भाजपा महिला नेत्री  किरण सिंह नें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक को एक पत्र लिखकर कहा है कि इस बार किसी महिला प्रत्याशी को नेतृत्व करने का अवसर प्रदान किया जाए। क्योंकि बिलासपुर शहर का नाम मां बिलासा देवी के नाम पर रखा गया है। लेकिन अब तक बिलासपुर विधानसभा से भाजपा से किसी महिला प्रत्याशी को दावेदारी का अवसर प्रदान नहीं किया गया है। बिलासपुर शहर अब प्रदेश में अब न्यायधानी के नाम से जाना जाता है। शहर की कुछ व्यवस्था को देखते हुए इस बार बिलासपुर से भारतीय जनता पार्टी की ओर से मुझे अवसर प्रदान किया जाए। कुशल नेतृत्व के लिए मैं प्रतिज्ञाबद्ध रहूंगी।
बिलासा दाई के नाम को लेकर बीजेपी महिला नेत्री का बिलासपुर विधानसभा से टिकट की दावेदारी करना राजनीति के धुरंधरों के अनुसार बिलासपुर विधायक के लिए मुश्किलें खड़ी करने जैसा है। मानो कोई धुर विरोधी बिलासपुर के विकास पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए बिलासपुर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में दावेदारी प्रस्तुत कर रहा है तो वहीं अमर विरोधी खेमे के लोग विधायक अमर के खिलाफ बिगुल फूंक चुके हैं, जिसकी आवाज कभी पत्र के माध्यम से तो कभी खुलकर सामने आने से भारतीय जनता पार्टी के देश और प्रदेश के प्रमुख पदाधिकारियों के कानों तक पहुंचाई जा रही है।

बिलासपुर से भाजपा नेता मनीष राय का विरोध किसी से छिपा नहीं है 

बिलासपुर से भाजपा नेता मनीष राय का विरोध किसी से छिपा नहीं हैं रेलवे क्षेत्र के पार्षद रामाराव नें भी विधायक अमर अग्रवाल से दुरी बना ली है और अब छत्तीसगढ प्रदेश के एक नेता के साथ देखे जाते हैं। भाजपा युवा नेता राजापाण्डे पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा बरसों से भारतीय जनता पार्टी का झंडा उठाने वाले पूरन छाबरिया दवारा किया गया विरोध भारतीय जनता पार्टी और विधायक अमर अग्रवाल के लिये मुश्किलें खडा कर रहा है। इस बार के होने वाले विधानसभा चुनाव में अमर की डगर अब आसान नहीं दिख रही है। ऊपर से राजा किन्नर के बिलासपुर विधानसभा से चुनाव  लड़ने का ऐलान बिलासपुर विधानसभा चुनाव को जटिल बनाते जा रहा है।

इस बार पता नहीं क्यों पार्टी में शाही प्रबंधन के आते ही कार्यकर्ताओं के हौसले बढ़ गए हैं ।भाजपा की टिकट के लिए इस बार सबको मौका देने का चलन चल निकला है । शायद पहली बार इसी वजह से पार्टी कार्यालय में बाकायदा मतपेटी रखकर वोटिंग कराई गई। इससे कार्यकर्ताओं को बड़ा मौका हाथ लगने के आसार दिखाई दे रहे हैं । पार्टी में टिकट को लेकर बेलतरा,मस्तूरी,कोटा,के बाद अब बिलासपुर में भी लाइन लगने लगी है ।

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