जांजगीर-चांपा । प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में 26 फरवरी को अपने वक्तव्य के दौरान पत्रकारों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसे कांग्रेस नेता रविन्द्र परसराम भारद्वाज ने छत्तीसगढ़ सरकार का सराहनीय कदम बताया है। कांग्रेस नेता रविन्द्र परसराम भारद्वाज ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस महत्वपूर्ण घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की इस घोषणा से पत्रकारों और उनके आश्रित परिवारों के भविष्य को लेकर चिंता कम हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेशभर के पत्रकार लगातार कई वर्षों से विभिन्न मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार से पत्राचार करते रहे हैं, किन्तु प्रदेश में सत्तासीन रही भाजपा सरकार ने अपने 15 वर्ष के कार्यकाल में ऐसा ठोस कदम उठाना कभी भी लाजिमी नहीं समझा। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के पत्रकारों के हित को ध्यान में रखते हुए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो निःसंदेह सराहनीय एवं स्वागतेय है। उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार सभी वर्ग के लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए काम कर रही है।
सरकार ने इसी क्रम में पत्रकारों के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में वरिष्ठ मीडियाकर्मी सम्मान निधि बढ़ाए जाने की घोषणा भी की है, जिसमें सम्मान निधि के रूप में प्रतिमाह दी जाने वाली पांच हजार रुपए की राशि को बढ़ाकर अब 10 हजार रुपए किया गया है।
आपको बता दें कि भाजपा के शासनकाल में यह राशि केवल पांच वर्ष के लिए दी जाती थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने पात्र पत्रकारों को इस राशि को आजीवन देने का फैसला लिया है। इसके साथ ही सम्मान निधि के लिए पात्रता शर्तों में न्यूनतम आयु सीमा 62 वर्ष को घटाकर 60 वर्ष कर दी गई है, जिससे अब ज्यादा संख्या में पत्रकारों को लाभ मिलेगा।
किसानों के चेहरों में मुस्कान
कांग्रेस नेता रविन्द्र परसराम भारद्वाज ने आगे कहा कि नई सरकार के गठन होने के पहले घंटे में ही 16 लाख 65 हजार किसानों का लगभग छह हजार 230 करोड़ रूपए का अल्पकालिक कृषि ऋण माफ किया गया। इसी तरह धान की खरीदी 2500 रूपए प्रति क्विटंल के हिसाब से की गई है। राज्य निर्माण के 18 वर्ष बाद छत्तीसगढ़ में ग्रामीणों और किसानों की सरकार आई है। प्रदेश की नई सरकार ने अपने गठन के पहले दिन से ही जनता की भलाई के लिए तीव्र गति से कदम बढ़ाया है, जिससे किसानों सहित सभी वर्ग के लोगों के चेहरों में मुस्कान लौटी है।