रायगढ़-रविवार को विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के अंंतिम दिन राजनैतिक पार्टियों ने जमकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया। भाजपा ने शहर में भव्य रैली निकालकर प्रचार प्रसार के आखिरी दिन लोगों को यह दिखाने का भरकस प्रयास किया कि वे भी भीड़ जुटा सकते हैं मगर शाम होते-होते निर्दलीय प्रत्याशी विजय अग्रवाल ने उनपर पलटवार करते हुये नहले पर दहला फेंक दिया और तीन हजार महिलाओं की ऐतिहासिक पदयात्रा निकालकर भाजपा खेमे में हड़कंप मचा दिया।
विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने का रविवार को अंतिम दिन था। ऐसे में राजनैतिक दलों ने अपनी पूरी शक्ति आज मतदाताओं को रिझाने और विरोधियों के हौसले पस्त करने में जुटा दिये। शहर में सुबह से लेकर शाम तक बैंड बाजा, ढोल नगाडों की गूँज सुनाई देते रही। सबसे पहले शहर में भाजपा ने शक्ति प्रदर्शन किया। शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से ये रैली निकाली गई और शहर को भाजपामय करने का प्रयास किया गया। साथ ही विरोधियों को यह भी आभाष कराने का प्रयास किया गया कि वे भी भीड़ जुटाने में किसी से कम नहीं।
साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी विजय अग्रवाल के गौरीशंकर मंदिर रोड स्थित चुनावी कार्यालय के सामने जबरदस्ती रैली में धूम-धड़ाका कर एक तरह का माहौल तैयार करने का प्रयास किया गया ताकि विरोधी के हौसले पस्त हो सके। मगर शाम होने से पहले ही बीजेपी के नहले पर निर्दलीय विजय का दहला पड़ गया।
बीजपी की रैली पर पलटवार करते हुये आज फिर विजय अग्रवाल ने सेवा कुंज से स्टेशन रोड, गांधी गंज, रामनिवास टाकीज चौक, सुभाष चौक, गद्दी चौक, चांदनी चौक, गांंजा चौक, हटरी चौक, हंडी चौक तक 3 हजार शिक्षित व प्रतिष्ठित परिवार की युवती व महिलाओं की पदयात्रा निकाल कर बीजेपी की बोलती बंद कर दी और यह भी साबित कर दिया कि वे भी किसी मामले में पीछे नहीं हैं। रविवार को बीजेपी की रैली के बाद विजय के महिला प्रधान पदयात्रा की पूरे शहर में चर्चा रही। साथ ही रायगढ़ के राजनैतिक समीकरण भी कुछ बदल से गए हैं।
आज कांग्रेस पूरे शहर में कहीं भी शक्ति प्रदर्शन करते या फिर चुनावी अभियान में नहीं के बराबर नजर आई। जिससे अब रायगढ़ सीट से विजय और भाजपा के मध्य ही मुख्य मुकाबला होने की बातें कही जाने लगी है और कभी दूसरे नंबर पर नजर आने वाली कांग्रेस अब तीसरे नंबर पर जाती नजर आ रही है।