जगदलपुर- चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा कर सके, इस सपने को सच करने के लिए शुरू की गई रायपुर-जगदलपुर-विशाखापट्टनम रूट पर हवाई सेवा 5 महीने में ही ठप हो गई। इन 5 महीनों में नियमों के मुताबिक विमान कंपनी को कम से कम 70% उड़ान भरनी थी लेकिन एयर ओडिशा, जिसे इस रूट पर विमान सेवा का अनुबंध दिया गया था, वह बमुश्किल 30 दिन भी उड़ान नहीं भर सका। इसी के तहत बुधवार को रायपुर-जगदलपुर-विशाखापट्टनम की घरेलू हवाई सेवा बंद हो गई है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने साफ कहा है कि एयर ओडीशा के साथ किया गया करार इसलिए रद्द किया गया क्योंकि तय शर्तों के मुताबिक एयर ओडीशा ने निर्धारित अवधि में 70% उड़ानों का संचालन नहीं किया था। लिहाजा अब नए कॉन्ट्रैक्ट होने तक रायपुर से जगदलपुर और जगदलपुर से विशाखापट्टनम तक घरेलू विमान सेवा बंद कर दी गई है।
भिलाई से मोदी ने किया था शुभारम्भ
14 जून को भिलाई प्रवास पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जगदलपुर में इस सेवा का शुभारंभ किया था। इसके बाद 15 जून से हवाई सेवा आम लोगों के लिए शुरू हो गई थी। लेकिन जून से लेकर अब तक कई बार तकनीकी कारणों का हवाला देकर हवाई सेवा बंद होती रही। बता दें कि एयर ओडीशा प्रबंधन लगातार डीजीसीए को यह कहकर गुमराह करता रहा की फ्लाइट में तकनीकी कारणों की वजह से उड़ान भरने में दिक्कत आ रही है। जबकि आलम यह था कि कर्मचारियों को ना वक्त पर वेतन मिल पा रहा था और ना ही विमान में ईंधन भरा जा रहा था। लिहाजा असलियत सामने आने पर अब डीजीसीए ने यह कार्रवाई की है।
2 हफ्ते पहले ही एयर ओडीशा से अदानी ग्रुप ने अपने हाथ खींच लिए थे
करीब 2 हफ्ते पहले ही एयर ओडीशा से अदानी ग्रुप ने अपने हाथ खींच लिए थे। इसके बाद एयर ओडीशा के 60 फ़ीसदी शेयर जीसेक मोनार्च एविएशन कंपनी के पास थे। इसके मालिक राकेश रमन लाल शाह अदानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के बहनोई हैं। कंपनी के हाथ खींचने के बाद उसका 60% शेयर शारजाह के तेल व्यापारी घालिया पेट्रोलियम के मालिक जाहिर हुसैन ने ले लिए थे। मालिक बदल जाने के बाद एयर ओडीशा के इस विमान को अब शारजाह के क्रूड आयल व्यापारी फिर से शुरू करने की तैयारी में थे।