नई दिल्ली । वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने सोमवार को कहा कि वायुसेना मरने वालों की गिनती नहीं करती और बालाकोट आतंकी शिविर पर हवाई हमले में हताहत लोगों की संख्या की जानकारी सरकार देगी।
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मरने वालों की संख्या लक्षित ठिकाने में मौजूद लोगों की संख्या पर निर्भर करती है।
पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर पर 26 फरवरी को भारत द्वारा किए गए हवाई हमले के बाद पहली बार पत्रकारों से बात करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान को सितंबर तक भारत के शस्त्र भंडार में आ जाना चाहिए।
धनोआ ने कहा कि जब शत्रु हमला करता है तो जवाब देने के लिए हर मौजूद विमान का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी विमान का मुकाबला करने के लिए इस्तेमाल किया गया मिग-21 विमान आधुनिक हथियार प्रणाली से लैस एक उन्नत विमान था।
विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान का जिक्र करते हुए धनोआ ने कहा कि वह राजनीति पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते लेकिन अधिकारी की स्वदेश वापसी से खुश हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना ने 27 फरवरी को अभिनंदन को तब हिरासत में ले लिया था जब पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराने के बाद उनका मिग-21 भी गिर पड़ा और वह पैराशूट के जरिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में उतर गए थे।
अभिनंदन के भविष्य में फिर लड़ाकू विमान उड़ाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम किसी पायलट के स्वास्थ्य को लेकर कोई समझौता नहीं करते। अगर अभिनंदन स्वस्थ होंगे तो विमान उड़ाएंगे। विंग कमांडर अभिनंदन को हर आवश्यक चिकित्सा मुहैया कराई जाएगी।
धनोआ ने कहा कि वायुसेना को 19 फरवरी को बेंगलुरु में एअर शो के शुरू होने से पहले हवा में हुई दुर्घटना और पिछले सप्ताह कश्मीर में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारणों का पता लगाना है।
वहीं आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए एयर स्ट्राइक पर उठे रहे सवालों का सिलसिला थमने के नाम नहीं ले रहा, एक ओर जहां विपक्ष के कुछ नेता सरकार से सबूत की मांग कर रहे हैं। वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि विपक्षी नेता पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।