सामान्य अनुमान: कौन हो सकता है मंत्रिमंडल में
1. भूपेश बघेल(पाटन) : मुख्यमंत्री बन चुके हैं। ओबीसी, कु्र्मी, दुर्ग जिला, दुर्ग संभाग
2. ताम्रध्वज साहू (दुर्ग ग्रामीण) : मंत्री बन चुके हैं। ओबीसी, साहू, दुर्ग जिला, दुर्ग संभाग
3. रविंद्र चौबे (साजा): सामान्य, ब्राम्हण, बेमेतरा जिला, दुर्ग संभाग
4. अरुण बोरा( दुर्ग शहर): सामान्य, ब्राम्हण, दुर्ग जिला, दुर्ग संभाग
5. मोहम्मद अकबर(कवर्धा): अल्प संख्यक, मुस्लिम, कबीरधाम, दुर्ग संभाग
अब उपरोक्त पांचों में यह दिखता हैकि दुर्ग संभाग से ही पांच नाम उभरकर सामने आ रहे हैं। क्या यह संभव है कि पांचों को मंत्रिमंडल में जगह मिले, जबकि मुख्यमंत्री और ताम्रध्वज साहू एक मंत्री पहले ही आ चुके हैं। ऐसे में इस समय अरुण बोरा की स्थिति सबसे कमजोर नजर आती है।
6.सत्यनारायण शर्मा(रायपुर ग्रामीण) : सामान्य, ब्राम्हण, रायपुर जिला, रायपुर संभाग
7.शिव डहरिया (आरंग): अनुसूचित जाति, रायपुर जिला, रायपुर संभाग
8.धनेंद्र साहू(अभनपुर): ओबीसी, साहू, रायपुर जिला, रायपुुर संभाग
रायपुर से ये तीन नाम अहम हैं, जिनमें जातिगत समीकरण और सीनियरिटी का बंधन है।
9.कवासी लखमा(कोंटा): आदिवासी, गोंड, सुकमा जिला, बस्तर संभाग
10. मनोज मंडावी(भानु्प्रतापपुर): आदिवासी, कांकेर जिला, बस्तर संभाग
11. प्रेम साय सिंह(प्रतापपुर): अादिवासी, सूरजपुर जिला, सरगुजा संभाग
12.टीएस सिंहदेव(अंबिकापुर): सामान्य, ठाकुर, सरगुजा जिला, सरगुजा संभाग
13. रामपुकार सिंह(पत्थलगांव) : आदिवासी, जशपुर जिला, सरगुजा संभाग
14. उमेश पटेल(खरसिया): ओबीसी, अघरिया, रायगढ़ जिला, बिलासपुर संभाग
15. चरणदास महंत(सक्ती): ओबीसी, जांजगीर जिला, बिलासपुर संभाग
इनमें जंग रहेगी। मंत्रिमंडल का गठन कमोबेश इसी आधार पर होगा। लेकिन अभी कहना जल्दबाजी होगी। अब ये भी देखना है कि अमितेश शुक्ल और रुद्र गुरु दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
अब ज़रा महिला विधायकों पर गौर करें
1. अंबिका सिंहदेव(बैकुंठपुर): सामान्य, ठाकुर, कोरिया जिला, सरगुजा संभाग। लेकिन एक ही परिवार के दो लोगों काे क्या मंत्री पद देंगे?
2. अनिला भेडि़या(डोंडीलोहारा): आदिवासी, बालोद जिला, दुर्ग संभाग। अगर ऊपर की सूचि पर गौर करें, तो दुर्ग संभाग से पहले ही चार से पांच नाम सामने आ चुके हैं। ऐसे में क्या महिला विधायक भी वहीं से मंत्री बनेंगी।
3. अनिता शर्मा(धरसींवां): सामान्य ब्राम्हण, रायपुर जिला, रायपुर संभाग। रायपुर से तीन नाम पहले ही ऊपर हैं और तीन ब्राम्हण भी।
4. उत्तरा बंजारे(सारंगढ़) : अनुसूचित जाति, रायगढ़ जिला, बिलासपुर संभाग।यहां से एक मंत्री पहले ही उमेश पटेल के रूप में लिए जाएंगे। अन्यथा एक दावा इनका बनता है।
5. शकुंतला साहू(कसडोल): ओबीसी, साहू, बलोदा बाजार जिला, रायपुर संभाग। तीन रायपुर से हो चुके हैं और दो साहू पहले ही कतार में हैं।
6. लक्ष्मी ध्रुव (सिहावा): आदिवासी, धमतरी जिला (सिहावा), रायपुर संभाग। अब यहां तीन नाम पहले ही रायपुर से हैं और तीन से चार आदिवासी पहले ही हैं।
7. रश्मि सिंह(तखतपुर): सामान्य, ठाकुर, बिलासपुर जिला(तखतपुर), बिलासपुर संभाग। इनका दावा मजबूत है क्योंकि बिलासपुर और मुंगेली जिले से अब तक कोई नाम नहीं दिख रहा है। जोगी से लड़ने में आसपास की सभी सीटों में रश्मि सिंह आगे रहीं और भाजपा की महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं हर्षिता पांडेय को हराया। बैकग्राउंड परंपरागत कांग्रेसी का है। जिसमें ठाकुर बलराम सिंह पहले विधायक रह चुके हैं।
8. छन्नी चंदू साहू(खुज्जी): ओबीसी, साहू, राजनांदगांव जिला, दुर्ग संभाग पहले ही चार पांच नाम दुर्ग संभाग से हैं। चार से पांच ओबीसी के नाम।
9. संगीता सिन्हा(संजारी बालोद): ओबीसी, कलार, बालोद जिला, दुर्ग संभाग। पहले ही चार से पांच नाम दुर्ग संभाग हैं। चार से पांच ओबीसी हैं।
10. ममता चंद्राकर(पंडरिया): ओबीसी, कुर्मी, कवर्धा जिला, दुर्ग संभाग (पहले ही चार से पांच नाम दुर्ग संभाग हैं। चार से पांच ओबीसी हैं।)