पिछले छः साल से हनुमानजी की मन्दिर राजीव शर्मा जी एक शिक्षक है और अपने मोहल्ले में छोटे बच्चों को लेकर हनुमान चालीसा का पाठ करते है प्रत्येक धार्मिक उत्सव को संस्कार के रूप करते है जिसका फलस्वरूप आज उन्हें फल प्राप्त हुआ । इसी मन्दिर में हर सप्ताह उपस्थित रहने वाले बच्चों में से एक बालक आज अपने जन्मदिन पर मिले 100 रुपए को मुझे लाकर उन्हें दिया यह कहकर दिया कि इससे गौमाता के इलाज में लगने वाली दवाई खरीद लेना ।
राजीव शर्मा जी ने बताया की मैं निःशब्द हूं ,गदगद हूं मेरे लगाए बीज आज इस तरह भावुकता के रस से भरे फलदायक हो गए ।
इस छोटे से बचें जिसका नाम मानस धुर्वे है उसे जन्मदिन पर अपना आशीष देंवे ।
भगवान श्रीराम जी से इसके उज्जवल भविष्य की कामना करें।
जय श्री सीताराम जी की