छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 72 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान होंगे. रविवार को शाम पांच प्रदेश में चुनाव प्रचार का शोर थम गया. बीजेपी लगातार चौथी बार सत्ता पर काबिज होने के लिए पार्टी के दिग्गज उतरे. वहीं, 15 साल से सत्ता वनवास झेल रही कांग्रेस ने 500 से ज्यादा जनसभाएं की. जबकि जोगी-बसपा ने किंगमेकर बनने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है.
प्रदेश में चुनाव की औपचारिक ऐलान के बाद बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुल चार दौरे और पांच जनसभाएं की है. पीएम मोदी ने 9 नवंबर को छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के जगदलपुर से चुनावी अभियान की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर और महासमुंद में जनसभा को संबोधित किया.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी से ज्यादा जनसभाएं छत्तीसगढ़ में की है. राहुल ने दौरे की शुरुआत राज्य के सीएम रमन सिंह के विधानसभा क्षेत्र राजनंदगांव में कांग्रेस प्रत्याशी करुणा शुक्ला के पक्ष में किया. दोनों चरणों को करीब डेढ़ दर्जन चुनावी सभाएं की हैं.
कांग्रेस ने अपने 80 स्टार प्रचारकों के जरिए दोनों चरण में करीब 500 जनसभाएं की गईं. इसमें 350 से अधिक सभाएं दूसरे चरण में की गईं. राहुल के अलावा राज बब्बर ने 38 सभाएं और नवजोत सिंह सिद्धू ने 22 सभाएं कीं. इनके अलावा केशवचंद यादव, मोतीलाल वोरा, पीएल पुनिया, आनंद शर्मा, शक्ति सिंह गोहिल, भूवनेश्वर कलिता, प्रमोद तिवारी, अखिलेश सिंह, टीएस सिंहदेव, हरनाम सिंह, भक्तचरण दास, भूपेश बघेल ने चुनावी प्रचार करते नजर आए.
बीजेपी ने चौथी बार सत्ता में वापसी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. बीजेपी की ओर से दोनों चरणों में कुल 350 सभाएं व रैलियां की गईं. पीएम मोदी के अलावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, बाबुल सुप्रियो झारखंड सीएम रघुवर दास, सांसद मनोज तिवारी, सांसद हेमा मालिनी सहित 20 से अधिक दिग्गज नेताओं ने चुनावी सभाएं की हैं. जबकि सीएम डा. रमन सिंह ने 50 से अधिक रैलियां की हैं.
छत्तीसगढ़ की सियासत में किंगमेकर बनने के लिए अजीत जोगी और मायावती ने गठबंधन करके चुनावी मैदान में उतरी हैं. दोनों पार्टियों के नेताओं ने करीब ढाई सौ रैलियां की है. मायावती और जोगी ने संयुक्त रूप से करीब 6 चुनावी जनसभाएं की हैं. जबकि जोगी ने व्यक्तिगत रूप से करीब 90 रैलियां की हैं. आम आदमी पार्टी, सीपीआईएम, सपा की ओर से 50 से अधिक रैलियां और सभाएं कीं.