उदयपुर- विश्व में तीन करोड़ 60 लाख व्यक्ति अंधता के शिकार हैं वहीं 21 करोड़ 70 लाख व्यक्ति दृष्टि बाधित हैं। अंधता निवारण में गत दो दशक से कार्यरत लखन नयन मंदिर अस्पताल के निदेशक डा.एल.एस.झाला ने विश्व दृष्टि दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अकेले भारत में ही एक करोड़ से अधिक व्यक्ति अंधता से ग्रसित हैं तथा इनमें से 80 प्रतिशत अंधता को बचाव और इलाज के द्वारा रोका जा सकता हैं। अंधता के दो मुख्य कारण मोतियाबिंद एवं चश्में का नंबर है जिनका उपचार संभव है। यह समस्या राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में भयावह हैं ।
15 गांवों को समूह रुप में अंधता से निजात दिलाई
राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत अलख नयन मंदिर ने आदिवासी बहुल उदयपुर संभाग में कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं एवं नेत्र चिकित्सालय के सहयोग से जो प्रयास किए हैं इससे कुछ हद तक अंधता का निराकरण किया जा सका हैं। इसी अनुरूप झाडोल तहसील के 15 गांवों को समूह रुप में अंधता से निजात दिलाई। उन्होंने कहा कि अलख नयन मंदिर हॉस्पिटल ने क्षेत्र के 50 गांवों को अंधता से मुक्त करने का लक्ष्य निधार्रित किया हैं।
इस अवसर पर अस्पताल के प्रबंध निदेशक डा.लक्ष्मी झाला ने बताया कि वर्ष 2011 से झाडोल तहसील क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र स्वास्थ्य प्रकल्प के तहत सामुदायिक नेत्र चिकित्सा कार्यक्रम प्रारंभ किया गया था। इसके तहत अब तक 188 शिविर में 8989 लोगों की जांच की गई तथा 2227 का निशुल्क ऑपरेशन किया गया। -एजेंसी