रायपुर। अंतागढ़ टेप कांड की SIT जांच टीम के प्रभारी रायपुर आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा की जगह अब आईजी जीपी सिंह होंगे। इसका आदेश छत्तीसगढ़ के DGP डीएम अवस्थी ने कल देर रात किए।
अंतागढ़ टेप कांड की SIT जांच का आदेश पिछले हफ्ते ही सरकार ने दिया है और इसकी जांच में तेजी आ गई है। फिरोज सिद्दिकी समेत 2014 के तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार से भी मामले में पूछताछ हो चुकी है। लेकिन अचानक मामले की जांच कर रही SIT जांच टीम का प्रभारी बदल दिया गया।
आपको बता दें कि अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेंडी ने 2014 में लोकसभा चुनाव जीता, इसलिए उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी छोड़ी सीट के लिए 12 सितंबर 2014 को अंतागढ़ में उप-चुनाव हुआ। चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के अलावा 13 उम्मीदवार मैदान में थे। पर नाम वापसी की समय सीमा गुजरने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार मंगतूराम पवार ने चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी।
मंगतूराम ने ऐसे समय मैदान छोड़ा, जब कांग्रेस दूसरा उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकती थी। इसलिए पार्टी ने एक निर्दलीय को समर्थन दिया। लेकिन भाजपा उम्मीदवार भोजराज नाग 50 हजार वोटों से जीत गए। उप चुनाव के एक साल बाद दिसंबर 2015 में मीडिया में अंतागढ़ चुनाव में हुई खरीद-फरोख्त का खुलासा करने वाला टेप सामने आया था। जिसमें कथित तौर पर मंगतूराम को चुनाव में बिठाने के लिए 7 करोड़ के लेनदेन की बात थी। टेप सामने आने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने जांच की मांग की थी।